लखीमपुर खीरी: 50 हजार का लोन लेने पर थमाया 6 लाख का नोटिस, बैंक शाखा प्रबंधक और अन्य कर्मचारी फंसे
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: कोतवाली सदर क्षेत्र की आर्यावर्त बैंक शाखा रामापुर के शाखा प्रबंधक और आंकिक धोखाधड़ी के मामले में फंस गए हैं। एक किसान का आरोप है कि उसने बैंक से 50 हजार रुपये का कर्ज लिया था, लेकिन बैंक ने उसे तीन लाख का कर्ज लेना दर्शाते हुए साढ़े छह लाख रुपये की वसूली का नोटिस भेजा है। सदर कोतवाली पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर शाखा प्रबंधक, आंकिक और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना खीरी क्षेत्र के गांव कोरैया आल निवासी महेश प्रसाद ने बताया कि उन्होंने सदर कोतवाली क्षेत्र के रामापुर में स्थित आर्यावर्त बैंक शाखा से 7 नवंबर 2007 को किसान शक्ति योजना के तहत 50 हजार रुपये का कर्ज लिया था, जिसका वह नियमित रूप से भुगतान कर रहे थे। लेकिन उन्हें 19 मई 2022 को बैंक से एक नोटिस मिली, जिसमें बताया गया कि उन्होंने 13 मार्च 2013 को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 3 लाख रुपये का ऋण लिया था, जिसकी मूलधन और ब्याज मिलाकर साढ़े छह लाख रुपये जमा करने के लिए कहा गया। महेश प्रसाद का कहना है कि न तो उन्होंने बैंक से तीन लाख रुपये का कर्ज लिया है और न ही बैंक से कोई धनराशि निकाली है।
आरोप है कि शाखा प्रबंधक, आंकिक लिपिक और अन्य बैंक कर्मचारियों ने धोखाधड़ी करते हुए उनके फर्जी हस्ताक्षर कर धनराशि स्वीकृत कर निकाली है। नोटिस मिलने के बाद वह कई बार बैंक शाखा गए और शाखा प्रबंधक व सहायक कर्मचारियों से द्वितीय ऋण पत्रावली और कैश वाउचर के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें डरा-धमकाकर भगा दिया गया। आरोप है कि शाखा कर्मचारियों ने उन्हें धमकी दी कि यदि ऋण की अदायगी नहीं की तो उनकी जमीन नीलाम कर दी जाएगी और उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
प्रभारी निरीक्षक अंबर सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर शाखा प्रबंधक, आंकिक और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच चौकी इंचार्ज रामापुर दिनेश कुमार पांडेय को सौंपी गई है।
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