KFCL बनाएगा चांद छाप नैनो यूरिया...Drone से होगा छिड़काव: JP ग्रुप करेगा 500 करोड़ रुपये निवेश, UP, बिहार और दिल्ली के किसानों को की जाएगी आपूर्ति

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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500 करोड़ रुपया निवेश करके जेपी ग्रुप ने लगाया था यह प्लांट

कानपुर, (महेश शर्मा, मनीष तिवारी)। पनकी औद्योगिक क्षेत्र स्थित शहर का इकलौता भारी उद्योग केएफसीएल बंदी के संकट से उबर चुका है। अब इस कारखाने में पूरी क्षमता से नैनो यूरिया का उत्पादन शुरू किया जाएगा। नैनो यूरिया के लिए स्थापित नये प्लांट का ट्रायल रन मंगलवार से चालू हो गया है। धीरे-धीरे नैनो यूरिया (लिक्विड) दानेदार यूरिया का स्थान ले लेगी। 

केएफसीएल ने उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के किसानों के लिए नैनो यूरिया का उत्पादन करेगा। इसकी पैकिंग बड़ी-बड़ी बोतलों में की जाएगी जिसे ड्रोन से खेतों में छिड़का जाएगा। प्लांट रन करने के लिए विशेषज्ञों को भी बुलाया जाएगा। नैनो यूरिया न केवल सस्ता है बल्कि यह तीन राज्यों में किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। अभी बरेली के आंवला और प्रयागराज के फूलपुर में इफ्को नैनो यूरिया का उत्पादन किया जा रहा है।

जेपी ग्रुप के चेयरमैन मनोज गौड़ ने दिसंबर 2019 में कानपुर विजिट के दौरान केएफसीएल में 500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा करते हुए नये प्लांट से चांद छाप नैनो यूरिया उर्वरक दो गुना क्षमता से उत्पादन की घोषणा की थी। उन्होंने फैक्ट्री के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच कहा था कि किसानों की मांग के मुताबिक नैनो यूरिया सप्लाई की जाएगी। 

केएफसीएल के उत्पादन प्रबंधक अविनाश रॉय का कहना है कि नैनो यूरिया का प्लांट चालू किया जा चुका है। ट्रायल रन पर है। अभी उत्पादन का लक्ष्य नहीं दिया गया है। पर हफ्ता भीतर पूरी क्षमता से उत्पादन के लिए प्लांट तैयार हो जाएगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि नैनो यूरिया उत्पादन से फर्टिलाइजर सेक्टर में नयी क्रांति आयी है। नैनो यूरिया दानेदार यूरिया से सस्ता होगा और इससे पॉल्यूशन भी नियंत्रित किया जाएगा। मालूम हो कि 6 अप्रैल 2021 में केएफसीएल में अमोनिया लीक होने से हायतौबा मची थी। 

फैक्ट्री मैनेजर ने बताया कि एक बोरी यूरिया को एक बोतल नैनो यूरिया एक बोरी यूरिया को रिप्लेस करती है। किसानों का भाड़ा भी बचेगा। कानपुर में 2200 टन यूरिया का रोज उत्पादन होता है। दावा है कि देर सबेर कानपुर का केएफसीएल आसपास के राज्यों के लिए नैनो यूरिया उत्पादन का बड़ा केंद्र बनेगा।  उत्तर प्रदेश में फूलपुर और आंवाला में यह प्लांट संचालित किए जा रहे हैं।

नैनो यूरिया के फायदे

कृषि उपज में उल्लेखनीय वृद्धि
भोजन की बेहतर गुणवत्ता मिलेगी
किसानों की इनकम भी बढ़ेगी
केमिकल फर्टिलाइजर उपयोग में कमी
इनवॉयरनमेंट फ्रेंडली, 

रिया का उत्पादन शुरू

केएफसीएल में दानेदार यूरिया का उत्पादन और पैकिंग का काम चालू हो गया है। पूरी क्षमता यानी 2200 टन यूरिया रोज उत्पादन की क्षमता से शीघ्र ही उत्पादन शुरू हो जाएगा। कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति में कार्य संस्कृति पर चर्चा भी की गयी। कंपनी का उज्ज्वल भविष्य बताते हुए बंदी की आशंका न होने की बात भी कही गयी है।

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