शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही, छात्रों पर पड़ रही भारी, 1581 विद्यालयों तक नहीं पहुंची इंटरनेट सेवा

BSNL अधिकारी डाटा न मिलने के कारण मजबूर

शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही, छात्रों पर पड़ रही भारी, 1581 विद्यालयों तक नहीं पहुंची इंटरनेट सेवा

लखनऊ, अमृत विचारः सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद प्राथमिक विद्यालयों तक इंटरनेट सेवा नहीं पहुंच पा रही है। पिछले दो महीनों में मात्र 37 विद्यालयों तक ही इंटरनेट सेवा शुरू हो पाई है। शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा छात्र भुगत रहें है। वहीं बीएसएनएल को जो भी सूची शिक्षा विभाग की ओर से प्राप्त हो रही है उसके आधार पर वह इंटरनेट की सेवाएं पहुंचा रहा है।

ग्रामीण स्कूलों में इंटरनेट पहुंचाने के लिए समग्र शिक्षा योजना का संचालन किया जा रहा है। सरकार की मंशा है कि गांव के सभी स्कूल इंटरनेट से जुड़ें ताकि शहरों की तरह वहां भी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी जा सके। सभी बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिल सके इसके लिए अगले 5 साल की तैयारियां की गईं। इस योजना के अंतर्गत राजधानी के 1618 प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को इंटरनेट की सुविधा मुहैया कराई जानी है। लेकिन शिक्षा विभाग के अफसरों की लापरवाही की वजह से छात्रों तक इंटरनेट की सुविधा अब तक नहीं पहुंच पाई है।

स्कूलों में लगने हैं डिजिटल बोर्ड

नई शिक्षा नीति और समग्र शिक्षा योजना में सुरक्षा पर जोर दिए जाने के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनकी मदद से स्कूल प्रशासन और अभिभावक अपने बच्चों की निगरानी रखते हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों में अभी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है। सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों की तरह ही सुरक्षा के मापदंड अपनाए जाएं, समग्र शिक्षा योजना में इसका प्रावधान किया गया है। देश में डिजिटल अभियान तेजी से चल रहा है और सरकार ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दे रही है। आने वाले कुछ वर्षों में गांवों के स्कूलों में भी स्मार्ट क्लास और वर्चुअल लैब की स्थापना की जाएगी जो अभी शहरी स्कूलों में देखने को मिलती हैं। गांवों के स्कूलों में भी ब्लैकबोर्ड को डिजिटल बोर्ड में तब्दील कर दिया जाएगा। दो महीने में मात्र 37 विद्यालयों में इंटरनेट सेवा पहुंचने पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) राम प्रवेश से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने देने से मना कर दिया। इससे उनकी शिक्षा के प्रति लापरवाही जाहिर होती है।

सरकार की योजना के अनुरूप बीएसएनएल प्राथमिक विद्यालयों में तेजी से कार्य कर रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा जो भी सूची मिल रही है, उन विद्यालयों में बीएसएनएल तेजी से इंटरनेट की सुविधा प्रदान कर रहा है।
राजेश कुमार, प्रधान महाप्रबंधक बीएसएनएल

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