माघी पूर्णिमा को लेकर ट्रेनों में श्रद्धालुओं का कब्जा, प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में मारामारी
स्टेशनों पर यात्रियों का रेला, जीआरपी, आरपीएफ ने संभाली कमान, सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता
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लखनऊ, अमृत विचार: माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का रैला मंगलवार को चारबाग स्टेशन पर उमड़ पड़ा। प्लेटफार्मों पर पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी। सीट पाने के लिए जान जोखिम में डालकर कोई चलती ट्रेन में ही चढ़ गया तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूसरी छोर के दरवाजे से घुसने के लिए पटरियाें पर उतर गए। दरवाजों से जगह नहीं मिली तो जैसे तैसे खिड़कियों से बोगी में घुस, इसके बावजूद ज्यादातर को सीट नहीं मिल पाई। जनरल से एसी बोगियां तो ठसाठस थी हीं, दिव्यांग कोच और पार्सल यान तक में जगह नहीं मिल रही थी।
चारबाग से चलने वाली गंगा गोमती एक्सप्रेस ट्रेन में बैठने के लिए घंटों पहले हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्लेटफार्म पर पहुंच गए थे। ट्रेन प्लेटफार्म रुकने से पहले ही यात्री चढ़ने लगे। ट्रेन रुकने पर तो चढ़ने के लिए मारामारी मच गई। इसी तरह लखनऊ प्रयागराज इंटरसिटी, वंदे भारत, बरेली प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेनों में भी यही स्थिति रही। एक सीट पर 8 से 10 लोग बैठे थे। सीटों की बीच खाली जगह, गैलरी, टॉयलेट तक में यात्री ही यात्री नजर आ रहे थे। दरवाजे और पायदान तक श्रद्धालु लटके नजर आए।
न रस्सा लगाया और कतारबद्ध किए यात्री
अधिकारियों ने प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर प्लेटफार्म पर रस्सी की बैरिकेडिंग लगाने के निर्देश दिए थे। कहा गया था कि यात्रियों को बैरिकेडिंग के सहारे रोका जाए और कतारबद्ध करके एक-एक कर ट्रेन में चढ़ाया जाए। ये जिम्मेदारी जीआरपी और आरपीएफ को दी गई थी, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था चारबाग स्टेशन पर नहीं की गई।
ट्रैक पर उतर दूसरे छोड़ से भी चढ़े
कोई भी यात्री ट्रैक पर न उतर आए, इसके लिए जीआरपी और आरपीएफ को सख्त हिदायत दी गई थी। अधिकारियों ने यहां तक कहा था कि अगर एक भी यात्री ट्रैक पर उतरता है तो जीआरपी व आरपीएफ कर्मियों को सीधे जिम्मेदार मानकर कार्रवाई की जाएगी। प्रयागराज जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में सवार होने के लिए बड़ी संख्या में यात्री ट्रैक पर उतर गए।
बसों में भी रही मारामारी
प्रयागराज जाने वाली बसों में भी भीड़ रही। बसें फुल होने से काफी संख्या में यात्रियों को सवार होने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। श्रद्धालु बसों के खिड़कियों से सवार होते नजर आये। सिर पर रखे सामानों को लेकर बसों में धक्का मुक्की जारी रही। चारबाग, आलमबाग बस अड्डे पर यात्रियों की भारी भीड़ नजर आयी ।
अन्य रूट पर बसें पड़ गईं कुंभ
प्रयागराज रूट पर अतिरिक्त बसें लगाने से अन्य रूट के यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। सहालग होने के कारण अन्य रूट पर भी यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। कैसरबाग बस स्टेशन पर बहराइच रूट की बसें कम होने से यात्री परेशान दिखे। बसें आने पर चढ़ने के लिए मारामारी मच जाती। दरवाजे से जगह न होने पर कोई खुद खिड़की से घुसा तो किसी ने सामान और बच्चे को खिड़की से अंदर किया।
माघी पूर्णिमा पर प्रयागराज के लिए चलेंगी 1200 अतिरिक्त बसें
माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर महाकुंभ मेंअमृत स्नान के लिए प्रयागराज जाने वाले यात्रियों के लिए राज्य सड़क परिवहन निगम ने प्रदेश भर में 1200 अतिरिक्त बसें चलाएगा। इन ग्रामीण बसों का क्षेत्रवार आवंटन किया गया है। परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने बताया कि पहले से 3050 बसें चलाई जा रही हैं। महाकुंभ में 750 शटल बसें भी चल रही हैं।
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