Kanpur: बजट में बिजनेस एग्जीबिशन सेंटर मिलने की उम्मीद, ट्रेड फेयर के जरिए कारोबारियों को मिलेगा नया बाजार, बढ़ेगा व्यापार
कानपुर, अमृत विचार। शहर के उद्यमी तीन साल से बिजनेस एग्जीबिशन सेंटर की मांग कर रहे हैं। अब उम्मीद प्रदेश सरकार के बजट पर टिकी है। उद्यमियों व व्यापारियों का कहना है कि शहर में बिजनेस एग्जिबिशन सेंटर बनने से ट्रेड फेयर आसानी से हर महीने आयोजित किए सकते हैं। इससे बाहर से आने वाले खरीदारों को एक ही जगह पर शहर के उत्पादों को परखने में आसानी होगी।
शहर में एग्जिीबिशन सेंटर की मांग सबसे पहले मर्चेंट चेंबर ऑफ एसोसिएशन ने उठाई थी। ट्रांसगंगा सिटी में बेंगलुरू की तर्ज पर सेंटर बनाए जाने की योजना शासन के समक्ष रखी गई थी। ट्रांसगंगा सिटी में यह सेंटर बनाने की वजह लखनऊ से नजदीकी, हाईवे से कनेक्टिविटी, दो एयरपोर्ट से जुड़ाव और पर्याप्त जमीन होना है। उद्यमियों की सेंटर की मांग को लेकर अब तक अधिकारियों के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका है।
बंद मिलों की जमीन का उपयोग
व्यापारियों ने एग्जिीबिशन सेंटर के लिए शहर की बंद पड़ी मिलों की जमीन को उपयोग में लाने का प्रस्ताव किया है। उनका कहना है कि इससे सेंटर शहर के बीच होगा। बहुत अधिक बजट खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। प्रगति मैदान की तर्ज पर इसे विकसित किया जा सकता है।
यह होगा कारोबार को लाभ
बिजनेस एग्जिीबिशन सेंटर के लिए व्यापारी और उद्यमी दोनों ही प्रयासरत है। उनके मुताबिक सेंटर में सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं होनी चाहिए, ताकि विभिन्न सेक्टर के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जा सके और बाहर से आने वाले खरीदार एक ही जगह पर उत्पादों को देख व परख सकेंगे।
तीन साल से बिजनेस एग्जिीबिशन सेंटर की मांग कर रहे हैं। सेंटर होने से देश-विदेश के खरीदारों का शहर में भटकाव कम होगा। कई तरह के ट्रेड फेयर के माध्यम से उद्यमी सहूलियत से कारोबार कर सकेंगे। बिजनेस एग्जिीबिशन सेंटर न होने से फिलहाल शहर का कारोबार बिखरा हुआ है। - सुशील शर्मा, चेयरमैन, इंडस्ट्री कमेटी, मर्चेंट चेंबर ऑफ उत्तर प्रदेश
ट्रेड फेयर में नया उत्पाद लांच करने का चलन है। शहर के उद्यमी व व्यापारी इस सुविधा से दूर हैं। शहर में बिजनेस एग्जिीबिशन सेंटर होने से एक ही जगह पर कई ऑर्डर मिल सकते हैं। कई बार तो इतने बड़े ऑर्डर मिलते हैं कि पूरा साल सप्लाई करना होता है। इस तरह की सहूलियत से बाजार और राजस्व दोनों ही बढ़ाया जा सकेगा। - गुरुजिंदर सिंह, जिलाध्यक्ष, भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल
