बदायूं: ट्रैक्टर बेचने का दवाब डालने पर एजेंसी मालिक ने की थी आत्महत्या, दर्ज हुई रिपोर्ट

बदायूं, अमृत विचार: ट्रैक्टर बिक्री का दवाब डालने पर एक एजेंसी मालिक ने आत्महत्या की थी। मृतक के भाई ने यह आरोप लगाते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू की है।
दातागंज कोतवाली क्षेत्र के गांव पापड़ हमजापुर निवासी ज्ञानेंद्र सिंह पुत्र शिव सिंह ने कोर्ट पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके सगे भाई जितेंद्र सिंह जय किसान ट्रेडर्स फर्म ट्रैक्टर एजेंसी पर सह पार्टनर के बतौर मालिक के रूप में काम करते थे। दूसरे सह पार्टनर दातागंज कस्बा के मोहल्ला अरेला निवासी लल्ला बाबू पुत्र कमरूद्दीन के पारिवारिक विवाद के चलते वह जेल चले गए थे। जिसके चलते जितेंद्र सिंह अकेले ही एजेंसी की देखरेख कर रहे थे।
ट्रैक्टर एजेंसी के एरिया मैनेजर आशीष बालियान, सेल्स मैनेजर सुमित राघव व अमित पंत, बरेली के हेड दिनेश पंत, फाइनेंस कलेक्शन पंकज भाकर, सेल्स हेड नीरज मेहरा, सीओएम निखिल नंदा पुत्र राजन, शाहजहांपुर के डीलर शिशांत गुप्ता व एक अज्ञात एजेंसी पर आकर जितेंद्र को धमकाते थे। कहते थे कि अगर सेल नहीं बढ़ाई तो एजेंसी का लाइसेंस निरस्त कर देंगे। परेशान करेंगे कि संपत्ति भी बिक जाएगी।
इन बातों को सुनकर जितेंद्र परेशान रहने लगे और घर आकर ज्ञानेंद्र सिंह व परिजन, दोस्तों से इस प्रताड़ना के बारे में बताते थे। वह और परिवार के लोग हौसला देते थे। 21 नवंबर को ज्ञानेंद्र और उनके भाई किशोर पाल जितेंद्र की एजेंसी पर थे। इसी दौरान आशीष बालियान, सुमित राघव सहकर्मियों के साथ एजेंसी पर आए।
जितेंद्र पर सेल्स के लिए दवाब डाला। खरी खोटी सुनाई। मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान किया। जिसकी वजह से अगले दिन सुबह 6 बजे जितेंद्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया लेकिन तहरीर के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जिसकी वजह से वह कोर्ट की शरण में गए। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
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