सलाखों में सरगना, गैंगेस्टर लगते ही गुर्गे शहर से फरार
हल्द्वानी, अमृत विचार : लोगों की रंगों में नशा घोलने वाला सिद्दीकी गैंग का सरगना भले ही सलाखों के पीछे हो, लेकिन उसके गुर्गे शहर में नशे का जाल फैला रहे थे। इन पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट में कार्रवाई की, लेकिन गैंगेस्टर लगते ही गुर्गे शहर से फरार हो गए। इनकी फरारी के बाद पुलिस को भी पकड़ने का होश आया तो दबिशें शुरू की गईं।
पुलिस के मुताबिक सिद्दीकी गैंग का सरगना गफूर बस्ती बनभूलपुरा निवासी अमन सिद्दीकी है। अमन चरस, स्मैक और नशीले इंजेक्शन का स्थानीय तस्कर है। बताया जा है कि नशा बेचकर अमन ने लाखों रुपए के वारे-न्यारे किए, लेकिन अब वो सलाखों के पीछे हैं। पुलिस को भी लगा कि अमन के जेल जाने के बाद उसके धंधे पर लगाम लगेगी, लेकिन उसने जेल में रहते ही बनभूलपुरा में अपना गैंग खड़ा कर लिया। इस गैंग में शुएब, शुएब की पत्नी साजिया, शराफत और आसिफ हैं।
अमन के जेल में रहते इन चारों ने बाहर नशे का कारोबार तेजी से फैलाया। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि वर्ष 2019 से 2024 के बीच अमन सिद्दकी पर 9, शुएब पर 6, साजिया पर 1, शराफत पर 11 और आसिफ के खिलाफ 4 मुकदमें दर्ज हैं। चारों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट में कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि गैंगेस्टर एक्ट में कार्रवाई के बाद चारों अपने-अपने घरों से फरार हो गए हैं। माना जा रहा है कि चारों शहर छोड़कर जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि चारों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं।
