सपा प्रमुख अखिलेश यादव बोले- कानपुर, कामपुर बने, महाकुंभ में बीजेपी वाले फंस गये, डबल इंजन नहीं, डबल ब्लंडर की सरकार है...
कानपुर, अमृत विचार। पूर्व सीएम व सपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को कानपुर पहुंचे। जाजमऊ में शादी समाराेह में शिरकत किये। अखिलेश यादव के शहर आगमन पर काफी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद है। इसके साथ ही पुलिस-प्रशासन भी मौजूद है। अखिलेश यादव को देखने वालों की भारी भीड़ जुटी रही। साथ ही कार्यकर्ता नारेबाजी भी करते रहे। अखिलेश यादव की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब रहे।

जाजमऊ में दरगाह शरीफ के पास रहने वाले महफूज अख्तर के आवास पर पहुंचे। वह उनके बेटे के शादी में शिरकत करने के साथ नवदंपति को आर्शीवाद देंगे। इसके बाद दरगाह शरीफ में दर्शन करने के बाद वह कानपुर देहात के लिए रवाना होंगे। इस दौरान सपा के कैंट विधायक मो. हसन रूमी, सीसामऊ विधायक नसीम सोलंकी, नगर अध्यक्ष फजल महमूद व सपा के तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बजट ने कानपुर को कुछ नहीं दिया
सपा प्रमुख व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारे आपके लिए कानपुर, कामपुर बने। यहां के कारखाने, उद्योग चले, जो प्रतिष्ठा, नाम कानपुर की थी। जो लाखों लोगों को नौकरी, रोजगार देता था। देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था में अपना स्थान बनाता था। आज भी सरकार के इतने वर्षों बाद भी नजरअंदाज करने के बाद भी कानपुर के कारोबारी, उद्योगपति कारोबार कर रहे है। हर बजट ने मायूसी लाने का काम किया। बजट ने कानपुर को कुछ नहीं दिया।
गंगा किनारे पानी खत्म, बच्चे खेल रहे किक्रेट
सपा ने पनकी कारखाना बनवाया, लेकिन भाजपा ने खत्म कर नया बनाया। बीजेपी वालों से कानपुर को कुछ नहीं मिला। गंगा वैसी की वैसी है, गंगा किनारे पानी खत्म हो गया। वहां बच्चे किक्रेट खेल रहे है। मां गंगा की अभी यह स्थिति है, तो मई-जून में क्या होगा। सीएम आगरा में है, कानपुर में गंगा सूखेगी तो आगरा में यमुना सूख जाएगी। यह वो संस्था है जो किसी भी संस्था को मानती नहीं है।
डबल इंजन नहीं, डबल ब्लंडर की सरकार है
उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन बोर्ड या सेंट्रल प्रदेश पॉल्यूशन बोर्ड क्या कह रहा है। दोनों में ही झगड़ा है। यह डबल इंजन नहीं, डबल ब्लंडर की सरकार है। दोनों इंजन टकरा रहे है। डिब्बो का पता ही नहीं है, क्या कर रहे है। मुख्यमंत्री जी कुछ भी बोल सकते है, मुख्यमंत्री जी सदन में बोल रहे हो, और स्पीकर मुस्कुरा रहे हो। इससे बड़ी लोकतंत्र की हत्या कुछ नहीं हो सकती है। स्पीकर की जिम्मेदारी बनती है कि मुख्यमंत्री ने कुछ कहा है तो उन्हें रोके। सपा के सदस्यों ने बताया।
अखिलेश यादव की आगमन की तस्वीरें देखिए...
सदन में सपा के कार्यकर्ता से पूरी बीजेपी ने मंगवाई माफी
सपा के सदस्य पंकज पटेल ने कोई बात कह दी तो पूरी बीजेपी ने माफी मंगवा दी। उर्दू तहजीब की भाषा है। उर्दू हमे बहुत कुछ सिखाती है। मुख्यमंत्री जी स्टेशन की हिंदी नहीं जानते होंगे। किक्रेट की हिंदी नहीं जानते होंगे। क्लच, स्टेयरिंग, ब्रेक की हिंदी नहीं जानते होंगे। मुख्यमंत्री जी कुछ जानते नहीं है।
महाकुंभ का समय बढ़ाना चाहिए
ये बीजेपी के लोगों ने जानबूझकर उर्दू पर सवाल उठाया। महाकुंभ में बीजेपी वाले महाफंस गये है। महाकुंभ आस्था का पर्व है। महाकुंभ का समय बढ़ा देना चाहिए। कुछ लोग बता रहे है। मई तक स्नान करना शुभ है। जिससे बहुत सारे लोग जो छूट गये है। वह महाकुंभ में स्नान कर दान-पुण्य कर लें। अभी तक 80 करोड़ लोगों ने स्नान किया। मैं चाहता हूं कि 100 करोड़ का रिकॉर्ड बन जाए।
पीडीए के साथ भेदभाव किया
पिछल नौ बजट में पीडीए को कुछ दिया नहीं, अगर कुछ मिल भी रहा तो भेदभाव हो रहा था। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने जो आरक्षण दिया, वो पीडीए के लोगों का सम्मान था, उनका हक था। उसको बीजेपी की सरकार छीन रही है। शहर की यूनिवर्सिटी, संस्थाए में पीडीए कहीं नहीं दिख रहा। कानपुर में जो भी संस्थाएं है, ट्रिपल आईटी, कृषि यूनिवर्सिटी, एचबीटीयू किसी में भी पीडीए के सदस्यों को कोई पद नहीं मिला। चार सौ करोड़ किसी के लिए उनका बजट कम करके अल्पसंख्यकों को देना। यह तो छोटा सवाल है। पीडीए के साथ भेदभाव की आप कल्पना नहीं कर सकते।
पीडीए के लोग बीजेपी को रिकॉड सीटों से हराएंगे
पीडीए के लोगों ने मन बनाया है कि भारतीय जनता पार्टी को रिकॉर्ड सीटों से हराएंगे। इनकी विधानसभा में जो चार सौ बीसी हुई थी। 403 में इनकी चार सौ बीसी नहीं चलेगी। उसकाे पीडीए के सदस्य देख रहे है।
मेरे मंदिर जाने पर गंगाजल से धुलवाया
मैं जब कन्नौज में एक मंदिर में गया तो उस मंदिर को गंगाजल से धोया गया। जिस मुख्यमंत्री आवास में पूर्व में मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से नहीं धुलवाया। इस बीजेपी वालों ने मेरे जाने के बाद उस मंदिर को गंगाजल से धुलवाया था। एक बार मैनुपरी में भी मंदिर को धुलवाने का काम किया था। बीजेपी वाले बताएं कि मैंने तो गंगा में नहा लिया। अब गंगा कैसे धुलोगे। लड़ाई बड़ी है। यह जो छोटी फुलझड़ी पढ़ी थी।

सरकार महाकुंभ में फेल ही नहीं, बीजेपी ने महाघपला भी किया
बड़ा सवाल महाकुंभ में फेल, ट्रैफिक व्यवस्था में फेल, पानी की गुणवत्ता में फेल, सफाई में फेल हो गए। सेंट्रल बोर्ड या स्टेट बोर्ड आपस में लड़ रहा है। जो लोग मर गए, उनकी मदद नहीं कर रहे। मरने वालों की संख्या नहीं बता पा रहे है। कितने परिवार खो गए। कितने श्रद्धालुओं की आने-जाने में जान जा रही है। किसकी क्या मदद करेगी सरकार। ये सरकार न सिर्फ महाकुंभ में फेल हुई, इस सरकार ने महाघपला भी किया है। इसलिए इस सरकार को कोई न कोई रास्ता ढूढ़िये बाहर निकालने का।
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