बदायूं में सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल का निर्माण, गरीब बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
बदायूं, अमृत विचार। निजी स्कूलों की तर्ज पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के बच्चे भी अच्छे स्कूल में पढ़ाई कर सकेंगे। जिले में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल का निर्माण किया जाएगा। एक ही छत के नीचे प्री प्राइमरी से 12 तक पढ़ाई होगी। प्रदेश के 32 जिले में इन स्कूलों का निर्माण होना है।
इसमें बदायूं का भी नाम शामिल है। करीब 25 एकड़ भूमि में स्कूल निर्माण के लिए शिक्षा विभाग जमीन की तलाश कर रहा है। जमीन की तलाश पूरी होने के बाद शासन से बजट जारी कर दिया जाएगा।
बजट में की गई घोषणा के बाद बेसिक शिक्षा सचिव ने बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर जमीन की तलाश कर प्रस्ताव तैयार मांगा है। शासन से मिले आदेश पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सभी तहसीलों के एसडीएम को पत्र जारी कर 25 एकड़ भूमि चिन्हित करने का अनुरोध किया है।
जिससे स्कूल के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन में भेजा जा सके। इसके बाद स्कूल का भूकंपरोधी भवन बनाया जाएगा। हर कक्षा कक्ष के लिए स्मार्ट क्लास, स्किल हब सेंटर,आरो प्लांट, मिड डे मील, किचन व डायनिंग हॉल, वॉशिंग एरिया, मल्टीपल हैंड वाश यूनिट की व्यवस्था होगी। साथ ही शिक्षक व शिक्षिकाओं के लिए अलग-अलग स्टाफ रूम भी निर्मित किए जाने की योजना है।
प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 12 तक की होगी पढ़ाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय का निर्माण होना है। जिसमें प्री प्राइमरी से कक्षा 12 तक की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। जिले में बनने वाला सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल सीसीटीवी कैमरों से लैस होगा।
उसमें कंप्यूटर लैब, गणित, विज्ञान की प्रयोगशाला के साथ पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी भी बनाई जाएगी। इसके अलावा सभागार, संगीत कक्ष, एनसीसी कक्ष, मेडिकल कक्ष, आधुनिक रसोईघर के साथ ही वर्षा जल को संचित करने के लिए प्लांट भी बनाया जाएगा।
जिले में सीएम मॉडल कंपोजिट स्कूल का निर्माण किया जाएगा। करीब 25 एकड़ भूमि पर स्कूल का निर्माण होगा। स्कूल का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत ओएनजीसी द्वारा किया जाएगा। जमीन की तलाश करने के निर्देश मिले हैं। इसके लिए सभी तहसीलों के एसडीएम को पत्र लिखा गया है। जमीन मिलने के बाद प्रस्ताव शासन में भेजा जाएगा- वीरेंद्र कुमार सिंह, बीएसए
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