कानपुर के उस्मानपुर में रोड पर खोदाई से यातायात बंद; 40 करोड़ लीटर के दो प्लांटों से 6 करोड़ लीटर ही जलापूर्ति

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
On

कानपुर, अमृत विचार। जवाहरलाल नेहरू नेशनल मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत शहर भर में पड़े घटिया पाइपों को हटाकर नये लोहे के पाइप डालने का काम किया जा रहा है। बीते तीन सप्ताह में 1100 मीटर से अधिक पाइप डाले जा चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि दीपावली से पहले शहर के लोगों को गंगा बैराज का पानी प्रेशर से मिलना शुरू हो जाएगा। 

साकेत नगर में उस्मानपुर रोड पाइप लाइन डालने की वजह से पूरी तरह बंद कर दी गई है। यहां टेलीफोन एक्सचेंज वाली सड़क पर पाइप पड़ गये हैं, लेकिन गड्ढों की वजह से वाहन सवार हिचकोले खा रहे हैं। लोहे के पाइप डालने का काम तीन कंपनियां दिल्ली की जेनको बिल्डकाम, गंगा इंफ्राबिल्ट व लखनऊ की सुपरकंस्ट्रक्शन को जिम्मेदारी दी गयी है। 

जल निगम के अधिशासी अभियंता प्रवीण यादव ने बताया कि 14.39 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डालनी है।  करीब 1.2 किमी लंबाई में पाइप डाले जा चुके हैं। होली के बाद एक साथ कई जगह पाइप डालने का काम शुरू होगा। 

40 करोड़ लीटर के दो प्लांटों से 6 करोड़ लीटर ही जलापूर्ति

जेएनएनयूआरएम के तहत 869 करोड़ रुपये की पेयजल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई थी। घटिया पाइप डाले जाने के कारण गंगा बैराज स्थित 20-20 करोड़ लीटर के दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों से सिर्फ छह करोड़ लीटर ही जलापूर्ति हो रही है। 

नई लाइन से 62 पंपिंग स्टेशनों से 20 लाख लोगों को पानी 

नई पाइप लाइन पड़ने से 62 पंपिंग स्टेशन चालू हो जाएंगे। दीपावली से पहले 20 लाख लोगों तक 40 करोड़ लीटर पानी पहुंचाने का लक्ष्य है। नगर निगम पाइप बदलने के लिए 15वें वित्त आयोग से अब तक 70 करोड़ रुपये दे चुका है। 

ये भी पढ़ें- कानपुर में मल्टीलेवल कार पार्किंग निर्माण में अनियमितता पर 5 लाख जुर्माना; मनरेगा में लापरवाही, ये पाए गए दोषी

संबंधित समाचार