Lilavati Murder Case : मां के गुजारे-भत्ते से छुटकारा पाने के लिए सौतेले बेटे ने 'ममता' का किया कत्ल
Amrit Vichar, Hardoi : कोतवाली शहर अंतर्गत रद्वेपुरवा में लीलावती उर्फ सत्यवती (75) की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उसके सौतेले बेटे की गिरफ्तारी क है। जबकि, तीन आरोपित अभी भी फरार हैं। पुलिस हत्यारोपितों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पति से अलगाव के बाद वृद्धा ने गुजारे-भत्ते के लिए कोर्ट में वाद दायर किया था। कोर्ट ने वृद्धा के हक में फैसला कर बेटे को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। गुजारे-भत्ते से बचने के लिए बेटे ने ही इस जघन्य अपराध की पठकथा लिख डाली थी। फिर साजिश तहत मां की ममता का कत्ल कर दिया।
गौरतलब है कि 23 मार्च को रद्वेपुरवा में 75 वर्षीय लीलावती उर्फ सत्यवती की लाश को पुलिस ने उसके घर से बरामद किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वृद्धा की गला दबा कर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद भाई रामभजन ने शहर कोतवाली में लिखित शिकायत देते हुए हत्यारोपी की गिरफ्तारी किए जाने की मांग की थी। जांच में पता चला कि लीलावती क पति विजयपाल ने दूसरी शादी कर ली थी। इसके बाद से वृद्धा मकान में अकेले रहती थी। हालांकि, न्यायालय में उसका मामला विचाराधीन है। इस दौरान वृद्धा ने गुज़ारा-भत्ता पाने के लिए कोर्ट में वाद दायर किया था। मार्च में कोर्ट ने उसे हक में फैसला करते हुए पति विजयपाल को एक मुश्त 4 लाख रुपये और बाद में हर माह गुज़ारा-भत्ता देने का आदेश दिया था।
इस फैसले के बाद विजयपाल का दूसरा बेटा कुलदीप परेशान रहने लगा। गुजारा भत्ता से छुटकारा पाने के लिए 22 मार्च की रात कुलदीप अपने कुछ साथियों के संग वृद्धा के घर पहुंचा और दबा घोंटकर सौतेली मां लीलावती की हत्या कर दी। सीओ सिटी अंकित मिश्रा के मुताबिक, शक के आधार पर पुलिस ने कुलदीप को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगा। सख्ती बरतने पर वह टूट गया और उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। कुलदीप की निशानदेही पर लीलावती हत्याकांड में शामिल उसके साथियों की तलाश की जा रही है। पुलिस उसने संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
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