लखनऊ: नहर में मिला पीडब्ल्यूडी इंजीनियर विवेक सोनी का शव, पिता ने कहा- ट्रांसफर के बाद से तनाव में था बेटा

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी लखनऊ के आशियाना स्थित पीडब्लूडी सरकारी कॉलोनी में रहने वाले लापता पीडब्ल्यूडी के जेई विवेक कुमार सोनी (30) का शव गुरुवार दोपहर एसडीआरएफ ने गोसाईंगंज के दुलारमऊ स्थित इंदिरा नहर से बरामद कर लिया। उनकी स्कूटी मंगलवार देर रात चिनहट स्थित इंदिरा डैम के पास मिली थी। उनकी गुमशुदगी आशियाना थाने में दर्ज थी।
आशियाना इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने बताया कि विवेक कुमार सोनी सात माह से पीडब्ल्यूडी विभाग में सीतापुर में अवर अभियंता के पद पर तैनात थे। पत्नी सीमा बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ स्थित प्राइमरी विद्यालय की अध्यापिका हैं। विवेक की एक 22 माह की बेटी नित्या है। मंगलवार सुबह पत्नी बच्ची को लेकर वैन से स्कूल चली गयी थी।
शाम को घर लौटी तो पति विवेक के दोनों मोबाइल घर पर ही मिले, लेकिन स्कूटी नहीं थी। पत्नी ने पति के आफिस में फोन किया तो पता चला कि वह कार्यालय नहीं आए थे। काफी देर रिश्तेदारों के यहां खोजने के बाद भी जब उसका कहीं कोई पता नहीं चला तो उन्होंने आशियाना थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
सीसीटीवी कैमरों से विवेक स्कूटी से अकेले ही सुल्तानपुर रोड की तरफ जाते दिखे थे। इस बीच चिनहट पुलिस को विवेक की स्कूटी लावारिस हालत में इंदिरा डैम के पास मिली। बुधवार को पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से इंदिरा नहर में विवेक की खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। एसडीआरएफ ने कई जगह जाल भी लगाए थे।
गुरुवार सुबह विवेक का शव गोसाईंगंज के दुलारमऊ स्थित इंदिरा नहर में उतराता मिला। इंस्पेक्टर आशियाना छत्रपाल सिंह ने बताया कि आशंका है कि विवेक ने नहर में कूदकर जान दी है। परिजन ने अभी तक कोई आरोप नहीं लगाया है। मृतक के पिता देवेंद्र ने बताया कि विवेक का मई 2022 में सीमा से विवाह हुआ था।
पिता से बोला नौकरी में अब नहीं लगता मन
मूलरूप से गोंडा के मनकापुर के रहने वाले देवेंद्र सोनी ने बताया कि उनकी पत्नी मीरा देवी का पहले ही निधन हो चुका है। विवेक उनका इकलौता बेटा था। चार साल लखनऊ में नौकरी करने के बाद बीते आठ माह पूर्व ही उसका सीतापुर में ट्रांसफर हुआ था, तब से वह काफी डिप्रेशन में चल रहा था। उसने पिता से कहा भी था कि उसका अब नौकरी में मन नही लग रहा है।
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