लखनऊः सौर ऊर्जा से लैस होंगे सभी सरकारी भवन, यूपीनेडा ने शुरू की तैयारी
भवनों की फिजबिलिटी रिपोर्ट होगी तैयार
लखनऊ, अमृत विचार: प्रदेश को सौर समेत स्वच्छ ऊर्जा के केन्द्र के तौर पर स्थापित करने के लिए योगी सरकार जल्द ही एक बड़ा प्रयास करने जा रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के 75 जिलों में सरकारी भवनों को सौर ऊर्जा से लैस करने के कार्यों में तेजी लाने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए हैं। यूपीनेडा सभी जिलों में सरकारी भवनों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करेगी।
यूपीनेडा द्वारा एक विस्तृत खाका तैयार किया जाना है, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी भवनों का लेखा-जोखा होगा। इसमें 25 किलोवॉट व उससे ज्यादा क्षमता वाले सभी ग्रिड कनेक्टेड सोलर रूफटॉप इंस्टॉलेशन वाले सरकारी भवनों का डाटाबेस विशिष्ट टीम करेगी। इसके अतिरिक्त, टीम द्वारा सौर ऊर्जा प्रणालियों के लिए उपयुक्त सरकारी भवनों की पहचान करने, विस्तृत व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करने और यूपीईआरसी आरएसपीवी विनियम 2019 व इसके बाद के संशोधनों के अनुसार इन भवनों पर सौर फोटो वोल्टिक (एसपीवी) सिस्टम स्थापित करने की व्यवहार्यता का आकलन कर रिपोर्ट पेश की जाएगी। इस कार्य को केवल जनपद मुख्यालय स्तर पर ही नहीं, बल्कि शहर, तहसील, ब्लॉल व ग्राम स्तर पर भी पूरा किये जाने का लक्ष्य निर्धारित है। टीम द्वारा साइट सर्वेक्षण और डाटा संकलन किया जाएगा, जिसके अनुसार प्रत्येक भवन के लिए विस्तृत व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करेगी।
सौर ऊर्जा आधारित ग्रिड की नए सिरे से बनेगी रणनीति
रिपोर्ट में जिन सरकारी भवनों को ग्रिड कनेक्टेड सोलर रूपटॉप इंस्टॉलेशन के लिए चिह्नित किया जाएगा, उनमें स्थापना कार्य को पूरा करने के लिए एक डीटेल्ड एक्शन प्लान तैयार होगा। इसमें कॉम्प्रिहेंसिव प्रोसेस फ्रेमवर्क तथा बिजनेस रिक्वायरमेंट डॉक्यूमेंट (बीआरडी) रिपोर्ट का संकलन शामिल है। कार्य योजना के अनुसार यूपीनेडा इन इंस्टॉलेशन कार्यों को पूरा करने के लिए पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (पीएसयू) से हाथ मिलाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, प्रक्रिया के आखिरी चरण में डिजिटल सौर मानचित्र का निर्माण किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक जिले में रूफ टॉप सोलर इंस्टॉलेशन वाले सरकारी भवनों का विवरण होगा। इसे बाद में एकीकृत करके प्रदेश स्तर पर एक डिजिटल सौर मानचित्र के गठन के कार्य को भी पूरा किया जाएगा।
यह भी पढ़ेः अधिकारियों पर भड़के सीएम योगी, कहा- पीड़ितों की मदद में ढिलाई करने पर होगी कार्रवाई
