Kanpur Metro; 20 स्टेशन कंट्रोलर संभालेंगे 5 भूमिगत स्टेशन, चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल तक सभी मेट्रो स्टेशन तैयार

कानपुर, अमृत विचार। मेट्रो के कॉरिडोर-1 (आइआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत मोती झील से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो संचालन के लिए मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से अनुमति मिल चुकी है। अब इस सेक्शन में पड़ने वाले 5 नए अंडरग्राउंड स्टेशनों चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल पर यात्री सेवाओं के विस्तार का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
5 नए स्टेशनों पर यात्री सेवाओं के सुचारू संचालन के लिए लगभग सभी स्टाफ और अधिकारियों को तैनात कर दिया है। इन नए स्टेशनों की मुख्य जिम्मेदारी 20 अनुभवी और प्रशिक्षित स्टेशन कंट्रोलर्स के पास होगी। कानपुर मेट्रो के स्टेशनों की जिम्मेदारी मुख्य रूप से स्टेशन कंट्रोलर या स्टेशन नियंत्रक के पास होती है। उनकी सहायता के लिए स्टेशन कंट्रोल रूम में तमाम तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं, जिनकी मदद से वे एक स्थान पर रहते हुए पूरे स्टेशन का नियंत्रण रख पाते हैं। यात्री सुरक्षा व सुविधा से जुड़े पहलुओं पर उनका विशेष ध्यान होता है।
अंडरग्राउंड स्टेशनों में टनल वेंटीलेशन सिस्टम की कार्यप्रणाली, फायर अलार्म कंट्रोल पैनल, ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम, लिफ्ट रेस्क्यू आदि विभिन्न परिस्थितियों और सिस्टम्स की ट्रेनिंग उन्हें दी जाती है। इसके अलावा समय-समय पर, आपात परिस्थितियों में सुरक्षित यात्री निकासी, आतंक रोधी मॉक ड्रिल एवं फायर मॉक ड्रिल आदि भी आयोजित किए जाते हैं।
यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने और उनके साथ मित्रवत व्यवहार करने के लिए स्टेशन कंट्रोलर को सॉफ्ट स्किल्स की ट्रेनिंग भी दी जाती है। यात्री सेवा में स्टेशन कंट्रोलर की सहायता के लिए प्रत्येक स्टेशन पर टॉम ऑपरेटर, सुरक्षा स्टाफ और हाउसकीपिंग स्टाफ भी तैनात कर दिया गया है। कानपुर मेट्रो में सुरक्षा की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी और यूपीएसएसएफ के जवान मिलकर निभा रहे हैं। 5 स्टेशनों पर 50 से अधिक सफाई मित्र तैनात किए गए हैं।
इसी तरह से यात्रियों की टिकटिंग के लिए यात्री सेवा आरंभ होने के दिन से टॉम ऑपरेटर्स तैनात कर दिए जाएंगे। टॉम ऑपरेटर्स सामान्य टिकट के अलावा एनसीएमसी गो स्मार्ट कार्ड भी इशू करते हैं। उन्हें टिकट वेंडिंग मशीन की भी ट्रेनिंग दी जाती है। कानपुर मेट्रो परिचालन में अब तक कुल 94 यात्रियों ने अपने यात्रा अनुभव के आधार पर मेट्रो की सराहना में प्रशंसा-पत्र लिखे हैं।