बरेली: मुख्यमंत्री योजना में सीमित ट्रेड बने रोड़ा, हजारों युवाओं के सपने अधूरे
अनुपम सिंह, अमृत विचार: मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के तहत मनमाफिक व्यापार करने के लिए ऋण पाने की उम्मीद संजोये युवाओं को झटका लगा है।
इन्होंने योजना में शामिल ट्रेडों से अलग काम-धंधा करने के लिए आवेदन कर दिया, ऐसे में 11 सौ से ज्यादा आवेदन उद्योग विभाग की ओर से रिवर्ट कर दिए गए। फिलहाल इन लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
युवाओं को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना 2024-25 में लागू की गई थी। 21 से 40 साल के बेराेजगार युवक-युवतियों को स्टार्टअप खड़ा करने के लिए बिना ब्याज चार साल के लिए अधिकतम पांच लाख रुपये का ऋण दिया जाता है।
2024-25 में तीन हजार लोगों को योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य दिया गया था। 31 मार्च तक 6891 आवेदन किए गए थे। उद्योग विभाग ने 5702 आवेदनों की जांच कर संबंधित बैंकों को भेजे जिसमें 1413 फाइलों की स्वीकृति करते हुए बैंकों ने 779 लोगों को ऋण वितरित कर दिया।
1189 आवेदन ऐसे पाए गए जो योजना में शामिल 400 ट्रेडों से अलग काम-धंधे के लिए किए गए थे। इन आवेदनों को उद्योग विभाग ने बैंकों को न भेजकर ऑनलाइन ही रिवर्ट कर दिया और इसकी वजहें भी बताईं।
उद्योग विभाग के अधिकारियों के अनुसार किसी ने गाय, भैंस, मुर्गी पालन के लिए आवेदन किया था तो किसी किराना दुकान चलाने के लिए। योजना में यह कार्य शामिल नहीं हैं। लिहाजा, फाइलें मंजूर नहीं हो सकीं।
केस-1
नवाबगंज क्षेत्र की राजाराम की ओर से मुर्गी पालन के लिए पांच लाख रुपये का लोन लेने के लिए आवेदन किया था। विभाग के पास फाइल पहुंचने पर जांच हुई। योजना में यह ट्रेड शामिल नहीं होने की वजह से आवेदन वापस कर दिया गया और इसका कारण भी आवेदक को बताया गया।
केस-2
लक्ष्मीपुर गौटिया के निवासी शिवाकांत ने किराना दुकान के लिए पांच लाख रुपये के लोन के लिए आवेदन किया था। यह कार्य योजना में शामिल नहीं है। इसकी वजह से इनके आवेदन को भी उद्योग विभाग ने वापस कर दिया।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना में 400 ट्रेड हैं। इन कार्यों के लिए ही ऋण देने का प्रावधान है। ट्रेडिंग क्षेत्र योजना में सम्मिलित नहीं है।
मेन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र में काम करने वाले ही योजना से लाभान्वित होंगे, जो आवेदन रिवर्ट किए गए हैं, अगर वे लोग दोबारा इन दोनों क्षेत्र में काम करने के लिए आवेदन करेंगे तो बैंकों को भेजे जाएंगे- विकास यादव, उपायुक्त उद्योग
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