पीलीभीत: अन्ना हजारे के गांव में देखा ऐसा स्कूल जहां सिर्फ फेलियर का होता है दाखिला

बीसलपुर, अमृत विचार। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष एवं बड़ागांव के प्रधान सचिन गंगवार एक्सपोजर विजिट पर महाराष्ट्र गए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के 25 जिलों के प्रधानों के साथ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से उनके गांव रालेगढ़ सिद्धि में मुलाकात की। इस दौरान ग्राम प्रधानों ने पंचायतों को सशक्त बनाने के लिए उनके अनुभवों को जाना। अन्ना हजारे ने अपने गांव में पंचायत सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों को साझा किया और ग्राम प्रधानों को प्रेरित किया।
बड़ागांव के प्रधान सचिन गंगवार ने बताया कि अन्ना हजारे के गांव से लेकर आसपास में तीस से ज्यादा गांवों में शराब नहीं बिकती है। रालेगढ़ सिद्धि में नशे के खिलाफ अन्ना हजारे की मुहिम का ऐसा असर दिखा कि वहां के लोग पान, बीड़ी, पुड़िया और सिगरेट नहीं बेचते हैं। करीब 90 साल की आयु में अन्ना हजारे की स्वस्थ काया के सवाल पर उन्होंने प्रधानों को प्रकृति के करीब रहने का सुझाव दिया। अन्ना हजारे के रहने के कमरे में पेड़-पौधों के साथ सुहाना वातावरण सभी को खूब भाया। रालेगढ़ सिद्धि के पड़ोस के गांव में ग्रामीणों द्वारा खुद के प्रयासों से स्कूल के हाईटेक कमरे बनाए गए हैं। सचिन ने एक ऐसा स्कूल भी देखा, जहां सिर्फ फेलियर छात्रों का एडमिशन होता है।
इस स्कूल के कई छात्र महाराष्ट्र सरकार में उच्च पदों पर आसीन हैं। महाराष्ट्र सरकार की ओर से प्रधानों के दल को यशवन्तराज चयन अकादमी में पंचायत को लेकर रोचक जानकारी दी गई। बरेली मंडल से एक्सपोजर विजिट में पीलीभीत से सचिन गंगवार और शाहजहांपुर जिले के ददरौल ब्लाक के गांव जमउरा के प्रधान शामिल हुए।
बिलसंडा बीडीओ अमित शुक्ला ने बताया कि उनके ब्लाक के लिए यह गौरव की बात है कि प्रतिभाशाली प्रधान सचिन को एक्सपोजर विजिट में जाने का अवसर मिला। बता दें कि तेरह से लेकर 17 अप्रैल तक पांच दिवसीय एक्सपोजर विजिट में पीलीभीत, शाहजहांपुर, सीतापुर, मुरादाबाद, गौतम बुद्धनगर, संत रविदास नगर, सिद्धार्थ नगर, झांसी, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, हाथरस, सुल्तानपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, आगरा, कौशांबी, कानपुर समेत 25 जिलों के प्रधान शामिल हुए थे।