जातिगत जनगणना का श्रेय लेने का अखिलेश का प्रयास बचकाना, योगी के मंत्री ने सपा प्रमुख पर बोला हमला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव जातिगत जनगणना के केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं जो निहायत ही बचकाना है।
अंसारी ने शुक्रवार को एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा “जातिगत जनगणना का केंद्र सरकार का फैसला पिछड़े पसमांदा मुस्लिम समाज के सामाजिक न्याय को मजबूती देगा और समाज के सभी वर्गो के उत्थान और प्रगति में मददगार होगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह कहना कि पीडीए के दवाब में सरकार को यह फैसला लेना पड़ा, निहायत बचकाना और राजनीतिक स्वार्थ से परिपूर्ण हैं। ”
उन्होने कहा कि दलित, पिछड़ा अल्पसंख्यकों के हितचिंतक बनने का ढोंग करने वाले अखिलेश को पता होना चाहिये कि 2009 में केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सहयोग से बनी थी, उस समय जातिगत जनगणना का फैसला क्यों नहीं लिया गया।
भाजपा नेता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार सबका साथ,सबका विकास और सबके विश्वास के संकल्प के साथ देश को विकास के पथ पर ले जा रही है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में समाज के सभी तबकों के लिये कल्याणकारी योजनाओं पर पारदर्शिता के साथ अमल हो रहा है और प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्षी दलों के विरोध को बेबुनियाद बताते हुये उन्होने कहा कि सरकार का मकसद वक्फ की संपत्ति का पारदर्शिता के साथ निस्तारण करना है जिसका सीधा लाभ गरीब मुसलमानो को मिलेगा। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियां मुस्लिम समाज की अमानत हैं, लेकिन अब तक इन्हें लूट का साधन बना लिया गया था।
हजारों करोड़ की इन संपत्तियों पर कब्जे, फर्जी ट्रस्ट और भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत ने गरीब मुसलमानों के अधिकारों को निगल लिया। भाजपा सरकार ने अब इस व्यवस्था को न्यायसंगत, पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने का बीड़ा उठाया है। देश भर की वक्फ संपत्तियों का डिजिटल पोर्टल तैयार किया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और निगरानी में अभूतपूर्व सुधार होगा। उन्होने कहा कि वक्फ के नाम पर अवैध कब्जो को गिराने की कार्यवाही जारी रहेगी।
