कानपुर अग्निकांड: 80 साल के पिता को बचाने में सफल रहा दानिश, परिवार और खुद को न बचा सका, आग की चपेट में आकर जिंदगी हारा

कानपुर अग्निकांड: 80 साल के पिता को बचाने में सफल रहा दानिश, परिवार और खुद को न बचा सका, आग की चपेट में आकर जिंदगी हारा

कानपुर, अमृत विचार। अपने 80 साल के बुजुर्ग पिता को बचाने में पूरा परिवार मौत के काल में समा गया। शायद यही वजह है कि पूरा कुनबा खत्म होने के बाद बुजुर्ग पिता गुमशुम सा हो गए हैं। पूरा परिवार आग की भेंट चढ़ने के बाद उनकी जिंदगी तन्हा हो गई है। 

रविवार की रात शार्ट सर्किट के बाद जब बिल्डिंग आग की चपेट में आई तो दानिश ने सबको फोन कर जल्दी बाहर निकलने की सलाह दी। इसके बाद दानिश ने सबसे पहले अपने वृद्ध पिता अकील को जीने के रास्ते बाहर निकाला। पिता की उम्र 80 साल से अधिक है, इसलिए उन्हें उतारने में दानिश को वक्त लग गया। इस दौरान वहां रखे केमिकल के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। नीचे सड़क पर पिता को छोड़कर दानिश तेजी के साथ आग से अपने को बचाते हुए बिल्डिंग के अंदर फिर दाखिल हुआ।

बिल्डिंग में दानिश की पत्नी, तीनों बेटियां फंसी थी। उन्हें बचाने के लिए दानिश ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन वह खुद आग में फंस गया। तब तक बिल्डिंग में धुएं का गुबार भर चुका था। सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और दम घुट रहा था। बेटियां छत पर पहुंचने के लिए जीने की तरफ भाग चुकी थीं। दानिश ने बीवी का हाथ पकड़कर निकालने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। अंतत: पूरा परिवार खत्म हो गया।

परिवार के साथ जाजमऊ गया छोटा भाई काशिफ 

आग का शिकार हुए दानिश का छोटा भाई काशिफ रविवार शाम को ही अपने परिवार के साथ जाजमऊ गया था। हादसे की जानकारी मिलते ही काशिफ घटनास्थल पर पहुंचा और अपने बड़े भाई दानिश को फोन मिलाया तो एक बार घंटी बजी। इसके बाद सन्नाटा छा गया। पड़ोसियों ने बताया कि बिल्डिंग में तीन स्थानों पर छेद कर पानी डालने की कोशिश की गई, लेकिन होल से इतनी खतरनाक आग की लपटें निकल रही थीं कि वे हिम्मत छोड़ बैठे। 

10 मिनट पहले ही घर से गई थी सिमरा की फ्रेंड 

आग की चपेट में आकर जान गंवाने वाली सिमरा हैडर्ड स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा थी। कुछ देर पहले ही उसकी पक्की सहेली हबीबा उसके घर पढ़ने आई थी। हादसे से 10 मिनट पहले ही वह सिमरा के घर से निकली थी, जिससे वह बाल-बाल बच गई। हबीबा को हादसे के बारे में परिवार वाले कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। दरअसल, सहेली सिमरा की मौत की खबर से हबीबा को सदमा पहुंच सकता है।

फूट-फूटकर रोईं सारा की टीचर और सहेलियां

दानिश की तीनों बेटियों सारा, सिमरा और इनाया की अधजली कॉपी-किताबें और पेन देखकर लोग फफक पड़े। हादसे की जानकारी होने पर सारा के हैडर्ड स्कूल की टीचर अनवीत कौर और दो सहेलियां अनमता खान और इनाया खान भी आखिरी दीदार करने के लिए पहुंची और अपने आंसू नहीं रोक पाईं।

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