बदायूं: मैंथा फैक्ट्री की आग तो 20 घंटे बाद ठंडी हुई मगर 100 करोड़ रुपये की लगी चपेट
बदायूं, अमृत विचार। उझानी के समीप कुढ़ा नरसिंहपुर स्थित मैंथा फैक्ट्री में बुधवार देर रात लगी आग ने तेज हवाओं के चलते विकराल रूप धारण कर लिया था। आग इतनी भयानक थी कि चार जिलों से दमकल विभाग की गाड़ियां बुलानी पड़ी। पूरी रात अग्निशमन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने लग रहे। कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार शाम को आग पर काबू पाया जा सका। फैक्ट्री के अंदर से अभी आग के गुब्बारे फूटते रहे। इधर फैक्ट्री में लगी आग की वजह से कस्बा उझानी के कई मोहल्लों और आस पास क गांवों में दहशत बनी रही। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर गए। आग तो ठंडी हो गई मगर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान की बात कही जा रही।
कूढ़ा नरसिंहपुर गांव पूरी तरह से खाली करा लिया गया था। शाम के समय कुछ लोगों ने वापसी की। वहीं डीएम अवनीश कुमार राय ने प्रशासनिक अधिकारियों क साथ घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। राजनीतिक दलों के लोग भी फैक्ट्री में पहुंचकर वहां के हालात देखे। माना जा रहा है आग में करीब सौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रशासन किसी भी जनहानि से इन्कार कर रहा है। आग लगने से फैक्ट्री में रखे केमिकल से भर ड्रम फटने लगे। आग इतनी विकराल थी धमाकों की आवाज और लपटें कई किलोमीटर दूर से देखी जा सकती
थी। फैक्ट्री के लोहे केटावर मोम की तरह पिघल कर गिरने लगे। फैक्ट्री में हो रहे धमाकों की वजह से कस्बा उझानी के मोहल्ले जो फैक्ट्री क आस पास उन में औरसमीप केमें दहशत फैल गई। लोग बाइक और कार से अपने-अपने परिवार को लेकर भाग गए। जिस वक्त घटना हुई, उस समय फैक्ट्री में 200 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। सभी ने भागकर जान बचाई। हालांकि, एक मजदूर का पता नहीं चला है।
लेकिन प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। आग लगने की सूचना मिलते ही डीएम अवनीश कुमार राय घटनास्थल पर पहुंच गए। वहां उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने क आदेश दिए। गुरुवार को दूसरे दिन भी डीएम ने अधिकारियों क साथ फैक्ट्री पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। दमकल विभाग की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई थी। लेकिन आग काबू में नहीं पा रही थी। कड़ी मशक्कत क बाद दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया। इसके बाद भी फैक्ट्री के अंदर से आग की लपटे उठ रहीं थी।
4 जिलों से बुलाई गई अग्निशमन की गाड़ियां
कस्बा उझानी क नजदीक गांव कूढ़े नरसिंहपुर स्थित किनारे मनोज गोयल की भारत मिंट एंड एलाइट केमिकल्स नाम से मेंथा फैक्ट्री है। फैक्ट्री के आसपास आधा दर्जन से अधिक गांव हैं। साथ ही कस्बे की कई कालोनियां विकसित हैं। फैक्ट्री में आग लगने से लोग दहशत में आगए। फैक्ट्री में आग बुझाने के लिए दमकल विभाग की छह गाड़ियां लगी हुई थी। लेकिन आग पर काबूमें नहीं आ पा रही थी। जिसके चलते प्रशासन ने बरेली, मुरादाबाद, संभल और बदायूं से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि टीमें फैक्ट्री के अंदर घुस नहीं पाईं और बाहर से ही आग बुझाने का प्रयास करती रहीं। शाम के समय आग पर काबू पाया जा सका।
आग लगने की शासन ने मांगी रिपोर्ट
मैंथा फैक्ट्री में लगी आग की सूचना शासन तक पहुंच गई है। शासन ने डीएम से आग लगने की रिपोर्ट मांगी है। प्रशासन ने डीएम से हादसे के कारणों, मजदूरों की स्थिति और आग बुझाने
की रणनीति आदि बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है।
लापता है फैक्ट्री का मजदूर
उझानी में दिल्ली रोड स्थित मेंथा फैक्ट्री में बुधवार की रात हुए भीषण अग्निकांड में पुलिस और प्रशासन किसी भी जनहानि न होने का दावा कर रहा है। किन मेंथा फैक्ट्री में काम करने वाले मुजरिया निवासी मुनेंद्र का अभी तक पता नहीं सका है। मेंथा फैक्ट्री में काम करने वाले मुनेंद्र के अलावा उसका बड़ा भाई 28 वर्षीय पुष्पेंद्र और छोटा भाई 20 वर्षीय गजेंद्र भी फैक्ट्री में काम करते हैं। मुनेंद्र के भाई गजेंद्र की मानें तो तीनों भाई फैक्ट्री में काम कर रहे थे, कि अचानक आग लग गई और धमाके शुरू हो गए। उसके भाई ने बताया कि मुनेंद्र आग में घिर गया था। उसे बचाने का बचाने का प्रयास किया, जिसमें उसके हाथ भी जल गए, लेकिन फिर भी वह मुनेंद्र को निकाल नहीं सके। मुनेंद्र के घर में मातम पसरा हुआ
