Kanpur accident : दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करने गए तीन दोस्त गंगा में डूबे, तीन को गोताखोरों ने बचाया
कैंट के मैस्कर घाट छह दोस्त पहुंचे थे नहाने,शवों को देखकर बिलख पड़े परिजन, मची चीख-पुकार, बेसुध हुए घरवाले
Three friends drowned in Ganga in Kanpur : रविवार का दिन और भीषण गर्मी के कारण छह जिगरी दोस्तों ने मौज-मस्ती करने का प्लान बनाया। सभी मित्र मैस्कर घाट पहुंचे और नहाते समय पानी के तेज बहाव में फंस गए। लड़कों को गहरे पानी में देख भागे गोताखोरों ने तीन को बचा लिया, लेकिन तीन की डूबने से मौत हो गई। खबर पाकर पहुंची कैंट पुलिस ने हादसे की सूचना परिजनों को दी। परिजन आनन-फानन में घाट पहुंचे व बेटों के शव देखकर चीख-पुकार मच गई। बदहवास परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए।
जूही के परमपुरवा मदरसा गरीब नवाज के पास घोड़ी वाली गली में रहने वाले राजनारायण का 19 वर्षीय बेटा नंदू गुप्ता और उसके पांच मित्रों दीपू रावत का 17 वर्षीय बेटा अंकुर रावत, लल्ला अंसारी का 16 वर्षीय बेटा साहिल अंसारी, कुनाल रावत, गोलू गुप्ता और सोनू अंसारी ने मिलकर रविवार को मौज-मस्ती करने के लिए घूमने का प्लान बनाया था। सभी दोस्त गंगा नहाने मैस्कर घाट पहुंचे। जहां पर नंदू, अंकुर और साहिल नहाने के लिए नदी में उतरे। बाकी तीन दोस्त घाट के किनारे बैठे थे। गहरे पानी में पैर जाने से अंकुर डूबने लगा। उसकी चीख सुनकर साहिल और नंदू ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन तेज बहाव के कारण वह भी डूबने लगे। तीनों दोस्तों को डूबता देख घाट पर बैठे दोस्तों ने शोर मचाया।

आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। दोस्तों ने पुलिस व परिजनों को सूचना दी। इसके बाद बिलखने लगे। दोस्तों ने पानी में उतरकर बचाने का प्रयास किया, लेकिन क्षेत्रीय तैराक युवकों ने गहरे पानी में जाने से पहले ही खींचकर बचा लिया। सूचना पाकर पहुंची कैंट पुलिस ने गोताखोरों को नदी में उतारा। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद तीनों शवों को बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी पाकर परिजन भी घाट पहुंचे। शवों को देखकर चीख-पुकार मच गई। थाना प्रभारी अरविंद कुमार राय ने बताया कि गंगा नहाने के दौरान तीनों दोस्तों की डूबने से मौत हुई है।
नंदू के खाने का इंतजार कर रहे थे परिजन
नंदू के परिजनों ने बताया कि वह वेल्डिंग का काम करता था। रविवार दोपहर उसके खाना खाने का इंतजार कर रहे थे, तभी पता चला दोस्तों के साथ कहीं गया है। इस पर नाराज भी हुए। उसके दो घंटे बाद सूचना मिली कि गंगा में डूब गया है। परिजन रोते-बिलखते उस पल को कोसते रहे, जब वह घूमने निकला। नंदू परिवार में सबसे छोटा था। पिता रामनारायण, बड़ा भाई राजकिशोर, बहनें पलक और जया हैं। वेल्डिंग के साथ ऑनलाइन डिलीवरी का भी काम करता था। रोते-बिलखते परिजनों ने कहा साहिल, नंदू, अंकुर, कुनाल, गोलू और सोनू जिगरी दोस्त थे। एक ही मोहल्ले में रहते और एक साथ घूमने जाते थे।

भाई के सामने डूबा साहिल
साहिल अंसारी का शव सबसे आखिरी में मिला। शव देखते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। साहिल का भाई सोनू भी साथ नहाने गया था। उसने बताया कि मेरा भाई मेरे सामने डूब गया और मैं उसको बचा नहीं सका। साहिल तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था। घाट पर पहुंचे पिता लल्ला अंसारी, मां सबनाम बानो और बहन मुस्कान शव देखकर बेसुध हो गई। सोनू ने कहा कि वह अटल घाट जाने का प्लान बना रहा था, लेकिन साहिल के कहने पर सभी दोस्त मैस्कर घाट आए।
फर्नीचर कारीगर था अंकुर
अंकुर के पिता दीपू रावत बेटे का शव देखकर फफक पड़े। रोते हुए बोले शनिवार रात ही बेटे के साथ बैठकर चाउमीन खाई थी। क्या पता था अब वह हमारे साथ नहीं बैठेगा। घाट पहुंची अंकुर की बहन निशी बिलख पड़ी। रो-रोकर पुलिसकर्मियों से बोली अस्पताल ले जाते तो मेरा भाई बच जाता। अंकुर परिवार में सबसे छोटा था। मां मंजू देवी, बड़ा भाई तुषार हैं। जवान बेटे का शव देख मां के आंसू नहीं थमे।
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