महज 5 साल में जा सकती है आपकी नौकरी! Google DeepMind के CEO ने किया अलर्ट, टीनएजर्स अभी से हो जाएं सतर्क 

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
On

लखनऊ, अमृत विचारः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ओर दुनिया तेजी से बढ़ रही है, और Google DeepMind के CEO डेमिस हासबिस ने किशोरों को स्पष्ट चेतावनी दी है: “अब सीखो, वरना भविष्य में पछताओ।” Google DeepMind, जो Google की सबसे उन्नत AI लैब है और Gemini जैसे स्मार्ट चैटबॉट्स विकसित कर रही है, अब AGI (आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस) की दिशा में तेजी से काम कर रही है। यह ऐसी तकनीक है जो इंसानों जैसी समझ और निर्णय लेने की क्षमता हासिल कर सकती है।

टेक पॉडकास्ट में चेतावनी

हाल ही में Google I/O डेवलपर सम्मेलन के टेक पॉडकास्ट के पॉडकास्ट में डेमिस हासबिस ने कहा कि आने वाले 5 से 10 सालों में AI नौकरियों का स्वरूप पूरी तरह बदल देगा। उनका मानना है कि जैसे इंटरनेट ने मिलेनियल्स और स्मार्टफोन्स ने Gen Z को बदला, वैसे ही जेनरेशन अल्फा (Gen Alpha) की पहचान जेनेरेटिव AI से होगी।  

उन्होंने कहा, “AI को समझना आज के युवाओं के लिए उतना ही जरूरी है जितना की एक जमाने में कभी कंप्यूटर सीखना हुआ करता था।” उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे AI टूल्स के साथ प्रयोग करें, उन्हें समझें और तकनीकी ‘निंजा’ बनें। लेकिन सिर्फ तकनीकी ज्ञान काफी नहीं। हासबिस के मुताबिक, STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) की मजबूत नींव के साथ रचनात्मकता, लचीलापन और तेजी से बदलते हालातों में ढलने की क्षमता भी जरूरी है। उन्होंने कहा, “AI कई पारंपरिक नौकरियों को खत्म कर सकता है, लेकिन यह नई और रोमांचक नौकरियां भी लाएगा। पर इनका फायदा वही उठाएंगे जो अभी से तैयार हैं।”

AI से बदलेगा छात्रों का भविष्य

AI के तेजी से बदलते दौर में हासबिस का सुझाव है कि छात्र अपने खाली समय में नए AI टूल्स को समझें और उनके साथ प्रयोग करें। इससे वे कॉलेज से निकलने के बाद न सिर्फ डिग्री, बल्कि वास्तविक दुनिया के लिए भी तैयार होंगे। उनका अंतिम संदेश स्पष्ट है: AI भविष्य नहीं, वर्तमान है। जो इसे जल्द अपनाएंगे, वही इस नई दुनिया में सबसे आगे होंगे।

यह भी पढ़ेः पाकिस्तान को पीएम मोदी का सख्त मैसेज, कहा- 'ईंट का जवाब पत्थर से देंगे'

संबंधित समाचार