पहलगाम हमले में मारे गए 26 मासूम लोगों को नहीं भूलेगा कश्मीर, CM उमर अब्दुल्ला का ऐलान- बैसरन घाटी में बनेगा भव्य स्मारक

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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जम्मूः जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार, 27 मई को पहलगाम में पिछले महीने हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। उन्होंने बैसरन में 26 निर्दोष लोगों की स्मृति में एक भव्य और गरिमामय स्मारक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “यह स्मारक न केवल भव्य होगा, बल्कि श्रद्धा और सम्मान से भरा होगा, ताकि ये लोग कभी भुलाए न जाएं।” यह घोषणा पहलगाम में देशभर के टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों की बैठक के दौरान की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य कैबिनेट ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को इस स्मारक के निर्माण की मंजूरी दे दी है।

पीड़ितों के सम्मान में सिर झुकाते हैं- CM अब्दुल्ला

पर्यटन को एक बार फिर पहली की तरह शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही उमर अब्दुल्ला ने टूर ऑपरेटरों का आभार जताया। उन्होंने कहा, “जब स्थानीय लोग भी बाहर निकलने से डर रहे थे, तब टूर ऑपरेटरों ने कश्मीर में पर्यटन को फिर से जिंदा किया।” उन्होंने 1990 के दशक को याद किया, जब मुंबई और गुजरात से पर्यटक घाटी में लौटे और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले गए। 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला निंदनीय है। उन्होंने कहा, “हम लाख निंदा करें, फिर भी उन 26 परिवारों के दुख को शब्दों में बयां नहीं कर सकते है। हम सिर्फ उनके सम्मान में सिर झुका सकते हैं।”

पर्यटक स्थल जल्द खोले जाएंगे- CM अब्दुल्ला

सुरक्षा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था को नियंत्रित नहीं करती, लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने पर्यटक स्थलों को चरणबद्ध और पारदर्शी तरीके से फिर से खोलने की बात कही। उन्होंने कहा, “जो बंद है, उस पर ध्यान न दें, बल्कि जो खुला है, उस पर बात करें। मैं खुद बेताब वैली का दौरा करके आया हूं और वहां की स्थिति का जायजा लिया है। अभी के लिए एक साथ सभी स्थल नहीं खुलेंगे, लेकिन कुछ धीरे-धीरे पर्यटकों के लिए जगाहें खोली जाएंगी।” उन्होंने आश्वासन दिया कि इस प्रक्रिया में टूर ऑपरेटरों की राय ली जाएगी।

पहले घरेलू, फिर अंतरराष्ट्रीय पर्यटक- CM अब्दुल्ला

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब घरेलू पर्यटन में सुधार दिखता है, तभी विदेशी पर्यटक लौटते हैं। उन्होंने कहा, “पहला संकेत तब मिलता है जब स्कूल के बच्चे और घरेलू पर्यटक पिकनिक स्थलों पर लौटते हैं। इसके बाद विदेशी बुकिंग शुरू होती है।” उन्होंने विश्वास जताया कि चुनौतियों के बावजूद, साहस और सहयोग से कश्मीर फिर से पर्यटकों की पसंदीदा जगह बनेगा।

उमर अब्दुल्ला ने पहलगाम विधायक के नेतृत्व में आए स्थानीय प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की और जनता की समस्याओं को सुना। उन्होंने संकट के समय में स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासन और पर्यटकों को दिए गए सहयोग को “उदाहरण योग्य” बताया। इसके बाद उन्होंने नुनवान बेस कैंप का दौरा कर अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। अपनी यात्रा के अंत में, मुख्यमंत्री ने बेटाब वैली से होटल तक साइकिल यात्रा की। यह पहल पर्यटन विभाग की लगातर विकास की दिशा में एक नई सोच को दर्शाती है।

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