लखीमपुर खीरी : नदी की मूल धारा बहाली की मांग को लेकर भाकियू ने एडीएम को सौंपा ज्ञापन

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Published By Pradeep Kumar
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बोले, अतिक्रमण के कारण मूल धारा छोड़कर बह रही नदी

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। भारतीय किसान यूनियन (अमन संधू) ने सोमवार को एडीएम अनिल रस्तोगी से मुलाकात की। उन्हें एक ज्ञापन देकर भौतिक सत्यापन कराए बिना किसानों की जमीन को नदी का हिस्सा मानकर की गई खुदाई से फसलों को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया है। साथ ही सुहेली और सोती नदियों को मूल धारा में वापस लाने व किसानों की नष्ट की गई फसलों को मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है।

भाकियू (अमन संधू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमन दीप सिंह संधू के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मझरा पूरब के किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम अनिल रस्तोगी से मुलाकात की। किसानों ने एडीएम को बताया कि सुहेली और सोती नदी अपनी मूल धारा को छोड़कर बह रही है। उसकी मूल धारा पर कब्जा कर तमाम किसान खेती-किसानी कर रहे हैं, जबकि सिंचाई विभाग ने बगैर भौतिक सत्यापन के किसानों की भूमि को नदी की जमीन बताकर उसकी खुदाई कर दी। इससे किसानों की खेतों मे खड़ी फसल बर्बाद हो गई। किसानों ने एडीएम को बताया कि सिंचाई विभाग ने मझरा पूरब के गाटा संख्या 513, 514, 515, 516 और बैरिया के गाटा संख्या 100 का की भूमि को निशाना बनाया है, जबकि यह जमीन दशकों से किसानों के कब्जे में हैं और वह उस पर खेती बाड़ी करते चले आ रहे हैं। ज्ञापन में नदियों को मूल धारा में वापस लाने और सिचाई विभाग द्वारा फसलों को पहुंचाई गई क्षति की भरपाई कराने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों का जल्द समाधान नहीं किया तो संगठन वृहद स्तर पर आंदोलन करेगा। इस दौरान सतपाल सिंह, हरजिंदर सिंह, अंग्रेज सिंह समेत तमाम किसान मौजूद हे।

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