प्रयागराज में अधिवक्ताओं और नगर निगम के बीच तनातनी
अमृत विचार : इलाहाबाद हाईकोर्ट के सामने अधिवक्ताओं की कुर्सी और मेज पर रविवार देर रात नगर निगम ने बुलडोजर चला दिया। इस दौरान पुलिस और पीएसी के जवान तैनात थे। नगर निगम की टीम ने सड़क पर यातायात रोक दिया और अधिवक्ताओं के फर्नीचर पर बुलडोजर चलाकर ट्रक पर लादकर उठा ले गए।
अधिवक्ताओं का आक्रोश
सोमवार को अधिवक्ताओं ने जमीन पर बोरियां बिछाकर काम किया और नगर निगम पहुंचकर कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी की। अधिवक्ताओं का कहना था कि निगम अगर समय रहते हम लोगों को बता देता तो वह लोग अपने फर्नीचर सहित अन्य सामान वहां से हटा लेते, इससे उनका नुकसान ना होता। बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने नगर निगम पहुंच कर कार्रवाई के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए नगर आयुक्त कार्यालय का घेराव किया। नगर आयुक्त के ना रहने पर अपर नगर आयुक्त दीपेन्द्र यादव से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने मिलकर अपनी बात रखी और कारवाई का विरोध किया।
नगर निगम की कार्रवाई का विरोध
अधिवक्ताओं का कहना है कि जिस स्थान पर उनकी वर्षों से बैठने की अस्थायी व्यवस्था थी, उसे बिना किसी वैकल्पिक समाधान के हटाया गया। यह न केवल उनकी पेशेवर दिनचर्या को बाधित करता है, बल्कि न्यायिक कार्यों पर भी प्रभाव डालता है। अधिवक्ताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। अधिवक्ताओं ने कहा कि वह जनसेवा और न्याय प्रणाली के अभिन्न अंग हैं, और उनके बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।
जिला कचेहरी के अधिवक्ताओं को भी मिला नोटिस
नगर निगम ने जिला कचेहरी के आसपास हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए नोटिस जारी कर दिया है। निगम ने कहा कि अगर शीघ्र अतिक्रमण नहीं हटता है तो निगम सख्ती से अतिक्रमण हटवा देगा। नगर निगम और अधिवक्ताओं के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। अधिवक्ताओं का कहना है कि निगम उनकी बात नहीं सुन रहा है और उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रहा है। वहीं, निगम का कहना है कि अतिक्रमण हटाना उनकी जिम्मेदारी है और वे अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे।
आंदोलन की तैयारी
अधिवक्ताओं ने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। देखना होगा कि निगम और अधिवक्ताओं के बीच यह तनातनी कब तक जारी रहती है और इसका समाधान कब तक निकलता है।
कोरांव तहसील में वकीलों का हंगामा
प्रयागराज: कोरांव तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान वकीलों ने जमकर हंगामा किया। वकीलों ने एसडीएम कोरांव के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सभागार का गेट बंद कर दिया और काफी खरी खोटी सुनाई।
लेखपालों की बहाली की खबर ने बढ़ाई नाराजगी
वकीलों का आरोप है कि एसडीएम कोरांव की मनमानी और लापरवाही से वे क्षुब्ध हैं। वकीलों ने बताया कि जिले से आरोपी लेखपालों के निलंबन की खबर के बाद तुरंत बहाली की खबर ने उनकी नाराजगी बढ़ा दी। वकीलों के प्रदर्शन के कारण फरियादी तेज गर्मी में इधर-उधर भटकते दिखे और मायूस होकर वापिस चले गए। कुछ लोगों की फरियाद सुनी गई, लेकिन अधिकांश फरियादी बिना सुने ही वापस चले गए। वकीलों का प्रदर्शन प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। वकीलों की मांग है कि एसडीएम कोरांव के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनकी मांगों को सुना जाए। देखना होगा कि प्रशासन वकीलों की मांगों पर क्या कार्रवाई करता है।
वकीलों का प्रदर्शन
वकीलों ने सभागार का गेट बंद कर दिया और एसडीएम कोरांव के खिलाफ नारेबाजी की। वकीलों ने आरोप लगाया कि एसडीएम कोरांव की मनमानी और लापरवाही से वे क्षुब्ध हैं। थाना प्रभारी ने वकीलों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वकील सुनने को तैयार नहीं थे। वकीलों ने दो बजे के बाद ही बाहर आने दिया। अधिवक्ताओं की मांग है कि एसडीएम कोरांव के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनकी मांगों को सुना जाए। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे आगे भी प्रदर्शन करेंगे।
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