सुरक्षा जांच के बाद ही उड़ सकेंगे एयर इंडिया के बोइंग विमान, हादसे के बाद डीजीसीए ने जारी किए दिशा-निर्देश

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Published By Virendra Pandey
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नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8/9 विमानों के रखरखाव और उड़ान भरने के पूर्व अतिरिक्त सुरक्षा निरीक्षण व उपाय करने के दिशानिर्देश जारी किए हैं।

नागर विमानन महानिदेशालय ने शुक्रवार को यहां एक आदेश में कहा कि गुरुवार को एयर इंडिया बी 787-8 विमान उड़ान संख्या एआई-171 (अहमदाबाद-गैटविक) का संचालन करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें बड़ी जनहानि हुई है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अहम कदम उठाना जरूरी है। ऐसे में डीजीसीए एयर इंडिया को संबंधित क्षेत्रीय डीजीसीए कार्यालयों के साथ समन्वय में तत्काल प्रभाव से जेनएक्स इंजन से लैस बी 787-8/9 विमानों पर अतिरिक्त रखरखाव की कार्रवाई करने का निर्देश देता है। यह आदेश 15 जून से प्रभावी होगा।

डीजीसीए ने कहा कि विमान रखरखाव और उड़ान पूर्व एक ड्रिल होनी चाहिए, जिसके तहत ईंधन पैरामीटर निगरानी और संबंधित प्रणाली जांच का निरीक्षण, केबिन एयर कंप्रेसर और संबंधित प्रणालियों का निरीक्षण, इलेक्ट्रॉनिक इंजन नियंत्रण-प्रणाली परीक्षण, इंजन ईंधन चालित एक्ट्यूएटर-संचालन परीक्षण और तेल प्रणाली की जांच, हाइड्रोलिक प्रणाली की सेवाक्षमता समेत पूरे विमान की जांच की जानी चाहिए। इसके अलावा उड़ान भरने के मापदंडों की समीक्षा करने, अगली सूचना तक विमान के उड़ान के लिए 'उड़ान नियंत्रण निरीक्षण' शुरू किया जाना चाहिए। दो सप्ताह के भीतर बिजली आश्वासन जांच यानी कि विमान में लगे बिजली उपकरणों की जांच की जानी चाहिए।

डीजीसीए ने यह भी कहा है कि पिछले 15 दिनों के दौरान बी 787-8/9 विमानों में बार-बार होने वाली खराबी की समीक्षा होनी चाहिए और उसी समीक्षा के आधार पर रखरखाव कार्रवाई को जल्द से जल्द सुनिश्चित करना चाहिए। साथ ही डीजीसीए ने कहा कि दिशा-निर्देश के तहत की जाने वाली जांच की पूरी रिपोर्ट समीक्षा के लिए नागर विमानन महानिदेशालय को भेजी जाए।

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