पीलीभीत : फर्जी वीजा और डंकी रूट पर बर्बाद होती जिंदगियां! ILETS संचालक ठगों पर पुलिस का तगड़ा एक्शन

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Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के जिला पीलीभीत में डंकी रूट से विदेश भेजने और सैकड़ों युवाओं को ठगने वाले (ILETS) संचालकों पर पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कुल 177 केस दर्ज किए थे, जिनमें 100 मुकदमों में चार्जशीट दाखिल कर दी है। बाकी 77 मामलों की जांच जारी है। 

तराई का जिला पीलीभीत युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ठगी का सबसे बड़ा अड्डा बनकर उभरा था। यहां के अमरिया, पूरनपुर, मझोला, जहानाबाद, घुंघचियाई, गजरौला आदि क्षेत्रों में सैकड़ों ILETS सेंटर खुल गए। अमेरिका, कनाडा, इटली, ऑस्ट्रेलिया, लंदन और दूसरे देशों का वीजा दिलाने का धंधा बड़ी जोर से चल पड़ा। विशेष सिख समुदय के युवाओं में विदेश जाने का जबरदस्त क्रेज देखा गया। कोचिंग संचालकों ने इसी का लाभ उठाया। 

उनके द्वारा फर्जी डॉक्यूमेंट और डंकी रूट से युवाओं को विदेश भेजा जाने लगा। किसी को टूरिस्ट वीजा देकर ठग लिया, तो कोई वीजा के लिए चक्कर ही काटता रह गया। कोई डंकी रूट से जाकर किसी दूसरे देश में अटक गया तो कोई विदेश से डिपोर्ट कर दिया गया।  

विदेश के नाम पर ठगी की ऐसी घटनाएं आम हो गईं।  लाखों खर्च करने के बाद एयरपोर्ट और विदेश से लौटने वालों की शिकायतें बढ़ीं तो तत्कालीन एसपी अविनाश पांडेय ने खुद ही इस केस की जांच शुरू की। 

जांच में विदेश भेजने के नाम पर बड़ा गोरखधंधा, मानव तस्करी और डंकटी रूट की हकीकत देखकर जांच अधिकारी भी दंग रह गए। एसपी अविनाश पांडेय ने देश-विदेश में बैठे 400 से अधिक आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। थानों में कैंप लगाकर खुद जनसुनवाई की। उस वक्त थानों में भारी भीड़ जुटती और शिकायतों का अंबार लगता गया। इस पर पुलिस ने ताबड़तोड़ 13 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।

पूरनपुर में सबसे ज्यादा जुपिटर बदनाम हुआ। अकेले इसी इसी संस्था के संचालकों पर 52 मुकदमें दर्ज हैं। इसके बाद जिले के अलग-अलग थानों की पुलिस ने सुनगढ़ी, न्यूरिया, घुंघचाई, गजरौला, पूरनपुर, माधोटांडा, जहानाबाद आदि थानों में केस दर्ज किए थे। आखिर में इस केस की जांच विशेष जांच दल (SIT) को सौंप दी गई थी। 

मोस्ट वांटेंड का सामने आया नाम 
पीलीभीत के इस ठगी के धंधे में अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क सक्रिय होने की बातें सामने आई थीं। जांच में ये भी पतालगा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी-एनआईए का 10 लाख का इनामी आतंकी कुलवीर सिंह सिद्धू भी पूरनपुर क्षेत्र में पनाह ले चुका है।

अब पुलिस पंजीकृत मुकदमों की जांच करके आरोप पत्र दाखिल कर रही है। इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि क्षेत्र में दोबारा से कोई ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाला केंद्र स्थापित नहीं हो पाए। फर्जी कोचिंग सेंटरों पर शिकंजा कसने के लिए नई रणनीति पर काम जारी होने की बातें सामने आ रही हैं।

सनद रहे कि पीलीभीत वीजा दिलाने के नाम पर सबसे बड़ा ठगी का केंद्र बनकर सामने आया था। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा भेजने के नाम पर यहां लाखों रुपये एडवांस में जमा कराए जाते थे। कई लोग तो अपनी जमीन, मकान बेचकर विदेश गए थे। लेकिन फर्जीवाड़े का शिकार होकर रह गए।

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