Pilibhit : गलत तरीके से किए गए थे करोड़ों के टेंडर, कमेटी की जांच में धांधली उजागर
पीलीभीत, अमृत विचार। जिला पंचायत में टेंडरों में नियम शर्तों को दरकिनार कर बरती गई जिम्मेदारों की धांधली कई दिन चले आरोप प्रत्यारोप के बाद खुलकर सामने आ गई। गलत तरीके से टेंडर किए जाने की बात स्पष्ट होने के बाद टेंडर निरस्त होना लगभग तय है। वहीं, जिला पंचायत के कई जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। फिलहाल अब डीएम के स्तर से निर्णय लिया जाएगा। इधर, शिकायत करने वाले ठेकेदारों ने इसे सत्य की जीत करार दिया है। वहीं, इस प्रकरण में जांच में स्थिति स्पष्ट होने के बाद सख्त एक्शन लेने की मांग की है। उधर, धांधली उजागर होने पर जिला पंचायत में खलबली मची हुई है।
बता दें कि जिला पंचायत के दर्जनों पंजीकृत ठेकेदारों की ओर से 27 नवंबर को डीएम ज्ञानेंद्र सिंह से शिकायत की गई थी। जिसमें बीते दिनों हुए 95 कार्यों से जुड़े करीब 25 करोड़ के टेंडरों में नियम -शर्तों को दरकिनार करने का आरोप लगाया था। महज बीस मिनट के भीतर टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड खोलने, अवकाश पर गए इंजीनियर के डोंगर का टेंडर में इस्तेमाल करने समेत कई संगीन आरोप लगाए गए थे। डीएम ने सीडीओ की अगुवाई में जांच कमेटी का गठन किया था। इसमें सिटी मजिस्ट्रेट, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन, वरिष्ठ कोषाधिकारी को शामिल किया गया था। 12 दिन तक जांच चली। जिसमें कई बार जांच में भी खेल करने का प्रयास किए जाने का शोर बढ़ा।
राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार से भी ठेकेदार शिकायत करने पहुंचे। एक दिन पूर्व अपर मुख्य अधिकारी से तीखी बहस के बाद शासन स्तर पर भी शिकायत कर दी गई थी। डीएम इस मामले में लगातार सख्त रुख अपनाए रहे और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए गए। जिसके बाद मंगलवार को सीडीओ राजेंद्र कुमार श्रीवास ने अपने कार्यालय में जांच कमेटी में शामिल अधिकारियों संग बैठक की। जिसमें ठेकेदारों की ओर से लगाए जा रहे समस्त आरोपों को शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट जल्द तैयार करने के निर्देश दिए।
उसी के बाद माना जा रहा था कि जल्द ही इसमें जांच को अंतिम रुप दे दिया जाएगा और ऐसा ही हुआ। देर शाम सीडीओ की ओर से जांच रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई। बताते हैं कि ठेकेदारों की ओर से लगाए गए आरोप सही पाए गए। गलत तरीके से टेंडर करने की बात कमेटी की ओर से की गई जांच में खुलकर सामने आ गई। ऐसे में अब टेंडर के निरस्त होने के साथ ही इस पूरे मामले में खेल करने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इसे लेकर डीएम के स्तर से निर्णय लिया जाएगा।
डीएम ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि जिला पंचायत में हुई टेंडर प्रक्रिया को लेकर कुछ ठेकेदारों ने बीते दिनों शिकायत की थी। जिसकी कमेटी गठित कराकर जांच कराई गई। कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट भेज दी है। गलत तरीके से टेंडर कराए गए थे।
