कानपुर के नए सीएमओ बने उदय नाथ, डॉ. हरिदत्त नेमी को किया गया सस्पेंड, काम न आई विधानसभा अध्यक्ष की सिफ़ारिश

कानपुर के नए सीएमओ बने उदय नाथ, डॉ. हरिदत्त नेमी को किया गया सस्पेंड, काम न आई विधानसभा अध्यक्ष की सिफ़ारिश

कानपुर। कानपुर में चल रहे डीएम और सीएमओ के बीच महीनों से चल रहे विवाद में आखिरकार गुरुवार को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरिदत्त नेमी को शासन स्तर से सस्पेंड कर दिया गया है। उनके स्थान पर श्रावस्ती के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी उदय नाथ को कानपुर का नया सीएमओ बनाकर भेजा गया है। डॉ हरिदत्त नेमी को कानपुर से ना हटाने की पैरवी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से लेकर भाजपा के कई विधायकों ने की थी। 

विधानसभा अध्यक्ष ने की थी ब्रजेश पाठक से सीएमओ की सिफारिश

डॉ. हरिदत्त नेमी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और कानपुर के वरिष्ठ नेता सतीश महाना ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को पत्र लिखकर बताया था कि डॉ. नेमी का जनता के प्रति व्यवहार बेहद सहज और कार्यशैली सराहनीय है। उन्होंने आग्रह किया कि जनता की भावना को देखते हुए उन्हें कानपुर में ही बनाए रखा जाए।

बता दे कि सिर्फ महाना ही नहीं, एमएलसी अरुण पाठक और गोविंदनगर से भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने भी सीएमओ के पक्ष में डिप्टी सीएम को पत्र भेजा था। इन नेताओं ने लिखा कि डॉ. नेमी सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू कर रहे हैं और जनप्रतिनिधियों से उनका व्यवहार सदैव सम्मानजनक रहा है।

बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने की थी सीएमओ की खिलाफत

हालांकि बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में साफ-साफ कहा कि डॉ. हरिदत्त नेमी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्होंने डीएम के खिलाफ ऑडियो वायरल कर माहौल को बिगाड़ा है और उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। सांगा ने यह भी आरोप लगाया कि सीएमओ डॉक्टरों और स्टाफ के साथ अभद्रता करते हैं, आदेशों की अवहेलना करते हैं और तबादलों में मनमानी करते हैं।

बता दें कि जिलाधिकारी और सीएमओ के बीच पूरा विवाद एक ऑडियो वायरल होने के बाद हुआ था। वायरल ऑडियो में एक व्यक्ति कथित तौर पर डीएम पर टिप्पणी करता है। वो कहता है कि 75 जिलों में ऐसा कोई डीएम नहीं देखा जो इस तरह बात करता हो। दूसरे ऑडियो में वही व्यक्ति कुछ लोगों से पैसों की व्यवस्था को लेकर बात करता सुनाई देता है। वहीं CMO ने इन ऑडियो में अपनी आवाज होने से साफ इनकार किया है। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है और इस तरह की तकनीक से किसी को भी फंसाया जा सकता है।