UP NEWS: पूरे प्रदेश में फैला है चीनी साइबर ठगों के एजेंटों के नेटवर्क, आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी में यूपी पुलिस
लखनऊ, अमृत विचार: चीन साइबर ठग गिरोह के लिए काम करने वाले आठ एजेंटों को शनिवार को साइबर क्राइम थाने व गोसाईंगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम के मुताबिक इन एजेंटों का नेटवर्क पूरे प्रदेश में फैला है। इन एजेंटों को खाता उपलब्ध कराने वालो की कुंडली खंगाली जा रही है। वहीं खाताधारकों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। खाताधारक क्या करते हैं? उनकी आर्थिक स्थिति क्या है? कितने प्रतिशत कमीशन के लिए खाते किराये पर देते थे? वहीं, पुलिस आठों आरोपियों को अलग-अलग तारीखों पर कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है।
शनिवार को साइबर क्राइम थाने की टीम ने गोसाईंगंज और सुशांत गोल्फ सिटी से करीब आठ ठगों को पकड़ा था। पूछताछ में पता चला कि साइबर ठगी के साथ आरोपी चीन में बैठे साइबर अपराधियों के लिए मनी लांड्रिंग का काम कर रहे है। देश के अलग-अलग हिस्सो से धोखाधड़ी कर हासिल की गई रकम को एजेंटों के बताए खातों में जमा किया गया। जिसके बाद क्रिप्टो ट्रेडिंग की आड लेकर रुपये हवाला के जरिए विदेश भेजे गए। वहीं, शनिवार को गिरफ्तार किए गए मोहनलालगंज जैतीखेड़ा निवासी सत्यम तिवारी, जानकीपुरम सेक्टर-जे निवासी कृष शुक्ला, निलमथा निवासी मनीष जायसवाल, गोण्डा मनिकापुर निवासी लईक अहमद, बस्ती दुबोलिया निवासी दिवाकर विक्रम सिंह, रायबरेली खाली शाह टोला निवासी सक्षम तिवारी, गोण्डा वजीरगंज निवासी विनोद कुमार और बाराबंकी लौताबाग निवासी मो. शाद को जेल भेजा गया है। पूछताछ में पता चला कि किराए पर खाते उपलब्ध कराने वालों को पता था कि धोखाधड़ी की जा रही है। एजेंटों के साथ खाताधारक ही बैंक जाकर रुपये निकालते थे। जिसके बदले उन्हें एकमुश्त कमीशन मिलता था।
खाताधारकों और दिलाने वालों की तलाश शुरू
इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव के मुताबिक चीन साइबर अपराधियों से जुड़े एजेंटों से मिली जानकारी के आधार पर कई बैंक खाताधारकों की डिटेल जुटाई है। जिनसे जल्द पूछताछ की जाएगी। अंदेशा है कि कई खाताधारक आर्थिक रूप से कमजोर हो सकते हैं। जिन्हें कमीशन का लालच देकर एजेंटों ने अपने साथ जोड़ा था।
राजधानी में सक्रिय है कई गिरोह
विदेशों से संचालित हो रहे साइबर ठगों के गिरोहों ने लखनऊ में ठिकाना बना लिया है। पिछले 20 दिन के अंदर दो ऐसे गिरोह का खुलासा लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने किया जिनका कनेक्शन विदेशों से है। कुछ 12 जून को साइबर क्राइम थाना, साइबर क्राइम सेल और पीजीआई पुलिस की टीम ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा किया। इस गिरोह के 15 लोगों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह श्रीलंका, सिंगापुर व कतर से संचालित हो रहा था। गिरोह के सदस्यों के पास से 165 बैंक खातों के जरिये 300 करोड़ रुपये की ठगी करने की जानकारी मिली थी। वहीं, पांच दिन पहले सरोजनीनगर और बंथरा से दो कॉल सेंटर पकड़े। यहां से नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें पांच महिलाएं थी। यह गिरोह नोएडा की एक आईटी कंपनी से डाटा खरीदकर लोगों से ठगी करता था।
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