जमीन बेचने वाले ने ही कर लिया कब्जा, मंडलायुक्त ने किया तलब
हल्द्वानी, अमृत विचार: एक व्यक्ति ने एक साथ 15 लोगों को जमीन बेची और फिर धोखे से बेची गई जमीन पर खुद कब्जा कर लिया। जमीन संबंधी ऐसे तमाम मामलों को लेकर लोग मंडलायुक्त दीपक रावत की जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने पहले तो अपने दफ्तर में सुनवाई की, लेकिन जब भीड़ ज्यादा देखी तो वह खुद शिकायतों को निस्तारण करने के लिए लोगों के बीच पहुंच गए।
शिकायत लेकर मंडलायुक्त के आवास पहुंची अल्मोड़ा की पाना देवी, सीमा, हेमा देवी, दीवान सिंह और गोपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने ग्राम भगवंतपुर काशीपुर में लगभग 15 लोगों के साथ भूमि खरीदी थी। उक्त भूमि फसल के लिए भू-स्वामी को दे दी गई थी, लेकिन कुछ वर्षों के पश्चाच उस पर अवैध कब्जा कर लिया गया। इस पर मंडलायुक्त ने उपजिलाधिकारी काशीपुर को जांच के आदेश दिए और अगले शनिवार को भू-स्वामी, क्रेताओं व राजस्व विभाग को तलब किया। इसी तरह हल्द्वानी निवासी अमीनुर्रहमान ने बताया कि नजूल बाग हल्द्वानी खास में 6 बीघा 9 बिस्वा भूमि उनके नाम दर्ज है, जिस पर कुछ व्यक्तियों ने कब्जा कर दुकानें बना ली हैं। इस पर मंडलायुक्त ने उपजिलाधिकारी हल्द्वानी को जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा शहर में आवारा पशुओं की समस्या पर आयुक्त ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जो पशु स्वामी अपने पशुओं को आवारा छोड़ते हैं, उनका चिन्हीकरण कर कार्रवाई करें। मंडलायुक्त ने लोगों से अपील की है कि भूमि खरीदने से पहले उसकी पूरी जांच कर लें। देखें कि कहीं भूमि पर कोई ऋण तो नहीं या भूमि भूमि सीलिंग अधिनियम की परिधि में तो नहीं आती। भूमि खरीदने के तुरंत बाद उस पर चाहरदीवारी व भवन निर्माण कराएं। जनसुनवाई में ज्योति जोशी, ग्राम चापड़, मौना ने लोनिवि की भूमि पर तारबाड़ हटाने, भूपेन्द्र कौर, निवासी बाजपुर ने भूमि से रोक हटाने, लीलाधर सुयाल, निवासी चोपड़ा, ज्योलीकोट ने क्रय की गई भूमि की रजिस्ट्री कराने तथा विमल बिष्ट, निवासी जज फार्म ने क्रय की गई भूमि के स्थान पर अन्यत्र भूमि दिए जाने की समस्या रखी।
