पीलीभीत: बाप-बेटे की मौत का मंजर जिसने भी देखा दहल गया...कई मीटर ट्रक के साथ घिसटी बाइक

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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बीसलपुर, अमृत विचार। तेज रफ्तार ट्रक ने पिता-पुत्र की जिंदगी एक ही पल में छीन ली। क्षेत्र के परसिया गांव में सोमवार सुबह टोल प्लाजा के पास हुए हादसे में एसएसबी जवान और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। जवान ड्यूटी पर जाने के लिए निकले थे, बेटा उन्हें बाइक से स्टेशन छोड़ने जा रहा था। हादसे के बाद घटनास्थल पर मंजर देख लोगों का रूह कांप गई। वहीं ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिवार वालों को सूचना देने के बाद शव पोस्टमार्टम को भेज दिया। पिता-पुत्र की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। बताया जा रहा है कि हादसे के बाद ट्रक काफी दूर तक बाइक को घिसटा हुआ ले गया।

कोतवाली क्षेत्र के गांव परसिया निवासी 38 वर्षीय वीरपाल एसएसबी में तैनात हैं। वर्तमान में पीलीभीत सिटी स्थित एसएसबी डीआईजी ऑफिस में तैनात थे। सोमवार सुबह 8:30 बजे ऑफिस जाने के लिए घर से निकले थे। सवारी न मिलने के कारण वह बाइक से घर से निकले थे। उनके साथ में उनका मंझला बेटा 15 वर्षीय सुमित उन्हें शेरगढ़ रेलवे स्टेशन छोड़ने के लिए जा रहा था। बाइक वीरपाल ही चला रहे थे। दोनों घर से करीब 400 मीटर दूर ही पहुंचे थे, तभी परसिया टोल प्लाजा के पास पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही पिता-पुत्र सड़क पर गिर पड़े, लेकिन ट्रक के ब्रेक नहीं लगे। जिस वजह ट्रक दोनों को कुचलते हुए बाइक समेत करीब 50 मीटर तक घसीटता ले गया। दोनों के शव क्षत-विक्षत हो गए हैं। 

हादसे के बाद ट्रक लेकर चालक फरार हो गया है। हादसे के वक्त तेज बारिश हो रही थी। सूचना मिलते ही मृतकों के परिजन पहुंच गए। शवों की हालत देखकर पत्नी बेहोश हो गई। परिवार वालों ने शवों को समेटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को समेटकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस फरार ट्रक चालक की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। हालांकि अभी तक ट्रक का पता नहीं चल सका। इधर, पिता- पुत्र की मौत के बाद परिवार ही नहीं, बल्कि गांव में भी मातम पसर गया। वीरपाल की शादी 18 साल पहले हुई थी। उनकी पत्नी शकुंतला देवी का रो-रोकर बुराहाल है। वीरपाल के तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा अमित 16 और छोटा बेटा संदीप अभी 10 साल का है। मंझले बेटे सुमित (15) की इस हादसे में मौत हो गई।


ई-रिक्शा न होता खराब तो बच जाती जान
हादसे के बाद सूचना पर पहुंचे मृतक के बड़े बेटे अमित और मां शकुंतला देवी दोनों के शव देखकर बिलख पड़े। पिता और भाई के शवों को समेटते हुए अमित ने बताया कि पापा सुबह साढ़े 8 बजे एक ई-रिक्शा से स्टेशन के लिए निकले थे, लेकिन गांव से 100 मीटर दूर ई-रिक्शा खराब हो गया। बारिश में सवारी न मिलने के कारण उन्होंने फोन कर सुमित को बाइक लेकर भेजने को कहा था। काश, अगर ई-रिक्शा खराब न हुआ होता तो शायद भाई और पिता जिंदा होते। इधर, सुमित की मां शव देखकर बदहवास हो गईं। किसी तरह ग्रामीणों ने ढांढस बांधाया।

इंस्पेक्टर, बीसलपुर संजीव शुक्ला ने बताया कि हादसे की सूचना मौके पर पुलिस गई थी। शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया गया है। हादसा करने वाले ट्रक की तलाश की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसके आधार पर ट्रक की लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है। परिवार की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है।

 

 

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