पीलीभीत: इस हफ्ते जन्मे नवजातों को वन विभाग देगा ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट

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Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। वन एवं वन्यजीव प्रभाग ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत 1 जुलाई से 7 जुलाई (वन महोत्सव) की अवधि में जन्मे नवजात बच्चों को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट के साथ एक पौधा भेंट स्वरूप उनकी माताओं को दिया जाएगा। सामाजिक वन प्रभाग ने स्वास्थ्य विभाग से इस अवधि में जन्मे बच्चों की सूची मांगी है।

प्रदेश सरकार के निर्देश पर प्रदेश भर में पहली से 7 जुलाई तक पौधरोपण महाभियान चलेगा। मुख्यमंत्री की ओर से इस महाभियान में जनसमुदाय की सहभागिता पर जोर दिया है। इसी कड़ी में वन एवं वन्यजीव प्रभाग एक नई पहल शुरू करने का जा रहा है। नई पहल के तहत वन एवं वन्यजीव प्रभाग पहली जुलाई से 7 जुलाई के बीच सरकारी अस्पतालों में जन्मे नवजात बच्चों को ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट और उनकी माताओं को सागौन का एक पौधा भेंट करेगा। साथ ही ऐसे नवजातों के अभिभावकों को पौधे को लगाने के साथ उसका पालन पोषण करने के लिए जागरूक भी करेंगे। वन एवं वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार डीके के मुताबिक यह पहल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से इस अवधि के दौरान जन्मे नवजात बच्चों का ब्यौरा हासिल कर ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

सागौन के पौधे और ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट बांटे
बुधवार से वन एवं वन्यजीव प्रभाग की ओर से यह पहल शुरू भी कर दी गई है। वन एवं वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ भरत कुमार डीके ने जिला अस्पताल पहुंचकर सीएमओ डॉ. आलोक कुमार के साथ नवजात बच्चों की माताओं को सागौन के पौधे वितरित किए। इस दौरान डीएफओ ने ग्रीन गोल्ड सटिर्फिकेट भी सौंपे। डीएफओ ने बताया कि इस पहल से जहां पर्यावरण स्वच्छ रहेगा, वहीं ग्रीन गोल्ड कार्ड से आशय यह है कि जब बच्चा 18 वर्ष की आयु पूरी कर लेगा, तब उक्त रोपित सागौन का पौधा, जो वृक्ष का रूप ले चुका होगा, उससे वह और उनकी माताएं जरूरत पर धनराशि भी प्राप्त कर सकेंगी। डीएफओ के मुताबिक 21 नवजात बच्चों की माताओं को सागौन पौध व ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट दिया गया है।

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