लखीमपुर खीरी: दर्जनों गांवों के किनारे पहुंचा शारदा का पानी...फसलें जलमग्न होने से किसान परेशान
मूड़ा सवारान, अमृत विचार। तहसील गोला क्षेत्र के गांव करसौर में शारदा नदी के किनारे बसे ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। जलस्तर बढ़ने से शारदा नदी उफना गई है। खेत जलमग्न हो गए हैं। शारदा नदी का पानी तटवर्तीय गांवों के किनारे पर पहुंच गया है। बाढ़ की आशंका से लोगों में खलबली मची है। ग्रामीण अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं।
पहाड़ों पर हो रही बारिश के बाद उत्तराखंड के बनबसा बैराज से शारदा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है इस कारण शारदा के दर्जनों निकटवर्ती गांवों में कटान का खतरा सताने लगा है। बाढ़ से बचाने के लिए लाखों रुपये बाढ़ खंड की ओर से प्रतिवर्ष खर्च किए जाते हैं। इसके अलावा करोड़ों रुपये की लागत से चैनेलाइजेशन का कार्य होता है लेकिन शारदा नदी के तटवर्तीय गांवों में रह रहे ग्रामीणों को नदी की बाढ़ से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है।
शुक्रवार को करसौर गांव के ओम प्रकाश घर शारदा नदी से कट गया। पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण बृहस्पतिवार रात से ही शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। शारदा के तटवर्तीय गांवों में पानी घुस रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर नदी का जलस्तर शीघ्र कम नहीं हुआ तो खेतों में फसलें बर्बाद हो जाएंगी साथ ही आबादी में बाढ़ के हालात बनना तय हैं। तटवर्तीय गांवों में बारिश का मौसम शुरू होते ही ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ जाती हैं बीते कुछ दिनों से लगातार शारदा नदी के जलस्तर में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। जिससे करसौर गांव के ग्रामीण अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं।
वहां पर एक मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। उसकी फोटो मंगा ली है। बाढ़ चौकी, राहत शिविर, नाव क्यूबमेंट आदि तैयार हैं। आंगनवाड़ी आशा, लेखपाल मौके पर हैं साथ ही अन्य लोगों को भी आदेशित किया गया है। कटान पीड़ितों के लिए भोजन आदि की सभी व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा पूर्ण कर ली गई हैं।
युगांतर त्रिपाठी उप जिलाधिकारी गोला।
