PM Awas: पीएम आवास के लिए अभी और करना होगा इंतजार, जिम्मेदारों की लापरवाही से आवेदक परेशान

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। पीएम आवास के लिए आवेदकों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। आवास विकास की लापरवाही से प्रधानमंत्री आवास के लिए बरसों से इंतजार कर रहे बड़ी संख्या में गरीब आवेदकों को झटका लगा है। अवध विहार योजना में 216 रिक्त प्रधानमंत्री आवासों के लिए खोले गए पंजीकरण में छापी गईं बुकलेट में आवास विकास नकद और किश्त का ऑप्शन ही डालना भूल गया था। 

अप्रैल 2024 में छापे गए फार्म में इसके लिए कोई कॉलम ही नहीं था। इसके बाद परिषद ने सुधार करते हुए दूसरी पुस्तिकाएं छपवाकर उसमें नगद और किश्त का ऑप्शन डाला, लेकिन तब तक सैकड़ों लोग फॉर्म भर चुके थे। 

कैश वाले काफी लोगों को मकान मिल गया। किस्त वाले जब तक मसला समझते तब तक देर हो गई। संशोधन के बाद लगभग 500 और रिक्त प्रधानमंत्री आवास इस पंजीकरण में शामिल किए गए हैं। लगभग 5000 से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था।

लॉटरी के दिन हुआ था हंगामा

24 जून को अवध विहार योजना के अवध शिल्प ग्राम में आयोजित लॉटरी में कई पात्र आवेदनकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि उन्हें फार्म में कैश का विकल्प भरने का मौका नहीं मिला। 744 प्रधानमंत्री आवास के लिए लगभग 4991 आवेदकों में से कैश विकल्प चुनने वाले 621 में से 521 लोगों को आवास आवंटित कर दिये गए। वहीं किश्त का विकल्प चुनने वाले मात्र अधिकांश आवेदकों में से केवल 167 लोगों को ही आवास आवंटित हो पाए। इससे किश्त का विकल्प चुनने वाले आवेदन कर्ताओं में आवास विकास के अधिकारियों के प्रति नाराजगी थी।

कई आवेदकों के फार्म पर हाथ से लिखा था कैश

24 जुलाई को प्रधानमंत्री आवास के आवंटन के लिए लॉटरी के दौरान कई गड़बड़ी होने का भी आरोप लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि आवेदकों के फार्म पर आवंटन में लगाये गए कुछ अधिकारियों को हाथ से कैश का विकल्प लिखा मिला। यह आवंटन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहा है। यह भी आरोप है कि आवंटन के एक दिन पहले संपत्ति कार्यालय में लोगों की देर रात तक आवाजाही रही। इससे यह संदेह गहरा रहा है कि कार्यालय में ही फार्म में हेरफेर करके कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया गया।

क्या बोले अधिकारी...

पहली बार पंजीकरण खोलते समय जल्दबाजी में पुस्तिका पर कैश और किश्त का विकल्प नहीं छपा था। इसके बाद दोबारा पंजीकरण पुस्तिकाएं छपवाकर दोनों विकल्प फार्म में दिए गए थे। जिन 621 आवेदकों ने कैश का विकल्प चुना था उन्हें आवास आवंटित हो गए...सुरेश पाल, सम्पत्ति प्रबंधक अवध विहार संपत्ति कार्यालय

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