पोषाहार वितरण में विभाग पीछे: फरवरी तक हुआ भुगतान, अप्रैल का बांटा पोषाहार
समय से भुगतान न होने के कारण प्रक्रिया प्रभावित
लखनऊ, अमृत विचार : समय से डिमांड और भुगतान न होने के कारण पोषाहार बनाने वाले टीएचआर प्लांट वितरण में पीछे हैं। स्थिति यह है कि वर्तमान में आंगनबाड़ी केंद्रों पर अप्रैल माह का पोषाहार बांटा गया है। यदि समय से भुगतान न हुआ तो आगे और वितरण प्रणाली प्रभावित होगी।
जिले में चिनहट, मोहनलालगंज और बीकेटी में टीएचआर प्लांट संचालित हैं। इन प्लांटों पर आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों और महिलाओं के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पोषाहार तैयार करके बांटा जाता है। इसका भुगतान बाल विकास पुष्टाहार विभाग करता है। स्थिति यह है कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को फरवरी तक का भुगतान मिला है। इससे उत्पादन और वितरण नियमित नहीं हो पा रहा है। वर्तमान में अप्रैल माह का पोषाहार आंगनबाड़ी केंद्रों पर बांटा गया है। कहा जा रहा है कि मार्च का भुगतान प्रक्रिया में है। फिर भी अन्य माह का वितरण पटरी पर आने में काफी समय लगेगा। जिला विकास अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि मार्च तक भुगतान हो गया है। जल्द अन्य माह का भुगतान कराकर कमियां दूर करेंगे।
प्लांट में बच्चों के लिए ये बनती सामग्री
- 6 माह से 3 वर्ष : आटा-बेसन हलवा के पैकेट
- 3 से 6 वर्ष तक : आटा- बेसन बर्फी के पैकेट
- 3 से 6 वर्ष : दलिया मूंग दाल खिचड़ी के पैकेट
- सैम बच्चे : एनर्जी डेन्स हलवा के पैकेट
महिलाओं के लिए ये सामग्री
गर्भवती/धात्री : आटा- बेसन बर्फी के पैकेट
गर्भवती/धात्री : दलिया मूंगदाल खिचड़ी के पैकेट
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