पीएचडी में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिये पौधा लगाना अनिवार्य, कुलपति ने शुरू किया पर्यावरण को लेकर अभिनव प्रयोग
लखनऊ, अमृत विचार: बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शोध छात्रों के लिए एक पौधा रोपण और शोध कार्य के दौरान पौधों की देखभाल अनिवार्य कर दिया गया है। कुलपति के आदेश के बाद पीएचडी में चल रहे नामांकन में छात्रों को पौधा लगाना और उसकी देखभाल अनिवार्य है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल के निर्देशन में आयोजित इस पहल के अंतर्गत हर शोधार्थी को एक पौधा लगाना होगा और अपने शोधकाल के दौरान उसकी देखरेख की जिम्मेदारी निभानी होगी।
यह पौधरोपण कार्यक्रम आज विश्वविद्यालय परिसर स्थित शोध वाटिका में संपन्न हुआ। जिसका आयोजन बागवानी एवं सौंदर्यीकरण अनुभाग की ओर से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। इसके अंतर्गत प्रॉक्टर प्रो. एम.पी. सिंह एवं बागवानी एवं सौंदर्यीकरण अनुभाग की अध्यक्ष प्रो. दीपा. एच. द्विवेदी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर पीएचडी के नवप्रवेशित विद्यार्थियों ने कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल एवं अन्य संकाय सदस्यों के साथ मिलकर उत्साहपूर्व आम, अमरूद, नींबू, लीची, आंवला आदि फलदार एवं औषधीय वृक्षों का रोपण किया।
पर्यावरण चैंपियन बने हमारे छात्र
कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह पहल मात्र एक पौधा लगाने की औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य छात्रों के भीतर पर्यावरणीय चेतना को जागृत करना, उनमें जिम्मेदारी का भाव विकसित करना और प्रकृति से भावनात्मक जुड़ाव को सुदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि आज जब वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी गंभीर चुनौतियाँ सामने हैं, ऐसे समय में युवाओं को प्रकृति के रक्षक के रूप में तैयार करना अत्यंत आवश्यक है। प्रो. मित्तल ने कहा कि शोधार्थियों को न केवल अपने अकादमिक अनुसंधान में उत्कृष्टता प्राप्त करनी चाहिए, बल्कि उन्हें समाज और पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील रहते हुए पर्यावरण चैपिंयन बनना चाहिए।
