हीवेट पॉलिटेक्निक की जमीन को अपना बता रिटायर्ड सहायक अभियंता से ठगे 96 लाख, महानगर कोतवाली में आठ पर रिपोर्ट दर्ज
लखनऊ, अमृत विचार: रहीमनगर स्थित हीवेट पॉलिटेक्निक की सरकारी जमीन को अपना बताकर जालसाजों ने रिटायर्ड सहायक अभियंता से 96 लाख रुपये ऐंठ लिए। एग्रीमेंट से पहले पीड़ित ने दस्तावेज चेक कराए तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। रुपये वापस मांगने पर आरोपियों ने धमकाया। डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर महानगर पुलिस ने परिचित समेत आठ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
विराट खंड-4 निवासी एसबी त्रिपाठी यूपी विकास प्राधिकरण में सहायक अभियंता के पद से मई 2023 में रिटायर्ड हुए थे। उन्होंने बताया कि मार्च 2024 में पूर्व परिचित देवेश देव ने उनकी मुलाकात रीता राय से कराई। बातचीत में रीता, देवेश ने परिचित अजय कुमार दीक्षित संग मिलकर रहीमनगर से मुंशीपुलिया जाने वाली रोड पर पेट्रोल पंप के पास बाउंड्री घिरी एक लाख वर्ग फीट आवासीय जमीन दिखाई। कहा कि जमीन के मालिक अजहर सुल्तान हैं।
आरोपियों ने प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी का झांसा दिया। बताया कि प्रॉपर्टी में आठ हिस्सेदार हैं। आरोपियों ने पीड़ित को बताया कि आप कुछ रुपये अजहर सुल्तान को भेज दें तो नया एग्रीमेंट कराया जाए। जाल में फंसे पीड़ित एसबी त्रिपाठी ने नकद और खाते में 96 लाख रुपये दिए। इसके बाद आरोपियों ने और रुपये की व्यवस्था करने को कहा।
शक होने पर पीड़ित ने पेपर चेक कराए तो पता चला कि जमीन हीवेट पॉलिटेक्निक की सरकारी भूमि है। पीड़ित ने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने डीसीपी मध्य से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच में आरोप सही मिलने पर महानगर पुलिस ने अजहर सुल्तान निवासी वजीरगंज, उनका पुत्र शाबाज, सिराज निवासी अलीगंज, देवेश, रीता, अजय कुमार दीक्षित निवासी बड़ा चांदगंज, वसी हैदर आबादी और शाजिदा जाफरी के खिलाफ जाली दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और धमकी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
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