Panchayat Elections: यूपी में टल सकती है पंचायत चुनाव की प्रक्रिया, जानें क्यों लिखा नगर विकास विभाग ने पत्र

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रक्रिया टलने की आशंका बन गई है। नगर विकास विभाग की ओर से पंचायतीराज विभाग को लिखे गये पत्र से यह स्थिति पैदा हुई है, जिसमें नगर विकास विभाग ने पंचायतीराज विभाग से पंचायत चुनाव सम्पन्न होने तक नये नगरीय निकायों के सृजन व सीमा विस्तार पर लगी रोक हटाने का अनुरोध किया है।

शासन के सूत्रों के अनुसार नगर विकास विभाग ने पंचायतीराज विभाग की ओर से 21 मई को जारी शासनादेश को निरस्त किये जाने का अनुरोध किया है। पंचायतीराज विभाग की ओर से पंचायत चुनाव के लिए ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत के वार्डों के पुनर्गठन की प्रक्रिया बीती 18 जुलाई से चल रही है। 10 अगस्त को वार्डों की अंतिम सूची जारी की जानी है, पर इससे पहले नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने पंचायतीराज विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार को पत्र लिखकर नये नगर निकायों के सृजन व सीमा विस्तार का कार्य रोके जाने पर असमर्थता जता दी है। पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2022 में नगर निकायों का सृजन व सीमा विस्ताार किया गया था। वर्तमान में नगर विकास विभाग के स्तर पर 97 नये नगर निकायों के गठन व 107 नगरीय निकायों के सीमा विस्तार का प्रस्ताव लंबित है। इसे अंतिम रूप दिये जाने के लिए जनप्रतिनिधियों की ओर से लगातार मांग की जा रही है।

पंचायत चुनाव के पहले नगर निकायों का गठन जरूरी

नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने कहा है कि पंचायत चुनाव के पहले नगर निकायों के गठन व विस्तार की कार्रवाई पूरा किया जाना जरूरी है। ऐसा न होने पर मामला के न्यायालय में जाने की प्रबल संभावना है। नगर विकास विभाग ने पंचायतीराज विभाग के निदेशक व राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव से अभिमत मांगा गया। पंचायतीराज विभाग की भी ओर से राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर इस पर दिशा-निर्देश मांगे गये हैं, क्योंकि आयोग की ओर से मतदाता पुनरीक्षण कार्य चल रहा है।

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