पीलीभीत: आंगन में टहलती रही बाघिन, बरामदे में सोता रहा किसान का परिवार

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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पीलीभीत, अमृत विचार। न्यूरिया क्षेत्र में हमलावर बाघिन की दहशत बरकरार है। देर रात बाघिन क्षेत्र की टांडा कॉलोनी में जा धमकी। बुधवार तड़के जब किसान ने घर के आंगन से लेकर खेतों तक पैरों के निशान देखे तो हड़कंप मच गया। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई अनहोनी नहीं हुई। इसकी सूचना वन महकमे को दी गई।

सूचना मिलने के बाद वन महकमे की टीम मौके पर पहुंची। पगचिह्न ट्रेस करने के साथ पास के गन्ने के खेत में ड्रोन के माध्यम से सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया। बाघ मित्रों की टीम ने आसपास खेतों में तलाश की, लेकिन बाघिन का कहीं कोई अता-पता नहीं चल सका। फिलहाल घटना के बाद से किसान का परिवार खासा सहमा हुआ है।

न्यूरिया क्षेत्र में इन दिनों हमलावर बाघिन की दशहत फैली हुई है। क्षेत्र के गांव मंडरिया, फुलहर, महेशपुर, डंडिया, मेवातपुर समेत कई गांवों में बाघिन के मूवमेंट के चलते ग्रामीण खासे डरे हुए हैं। बीते 17 जुलाई को दो गांवों में तीन स्थानों पर हुए ताबड़तोड़ हमलों में एक महिला की मौत हो गई थी। जबकि दो लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद स्थिति खासी बिगड़ गई थी।

आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने के लिए विधायक समेत प्रशासनिक अधिकारियों के पसीने छूट गए थे। घटना के बाद से हमलावर बाघिन को पकड़ने के लिए वृहद स्तर पर अभियान शुरू किया गया, मगर उसी दिन शाम को महेशपुर गांव की सीमा में दिखने के बाद से बाघिन की कहीं कोई लोकेशन नहीं मिल सकी है।

इधर, देर रात बाघिन न्यूरिया क्षेत्र की टांडा कॉलोनी में जा पहुंची। कॉलोनी में बाघिन के घुसने की जानकारी किसान शंकर मंडल को बुधवार सुबह हुई, जब उन्होंने घर में आंगन में कई सारे पैरों के निशान देखे। बाघिन के पैरों के निशान घर के आंगन से लेकर आसपास खेतों से होते हुए गन्ने के खेत तक देखे गए। घर के आसपास बाघिन की मौजूदगी की आशंका पर किसान के घर हड़कंप मच गया।

शंकर मंडल ने इसकी जानकारी ग्राम प्रधान को दी। ग्राम प्रधान ने इसकी सूचना वन महकमे को दी। करीब 30 मिनट बाद वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने पगचिह्न ट्रेस करने के साथ आसपास स्थिति का जायजा लिया। गन्ने के खेत तक पगचिह्न मिलने के बाद टीम ने ड्रोन के माध्यम से खेत की तलाशी भी की। बाघ मित्र जमुना प्रसाद, महेंद्रपाल, नरेंद्र पाल, जयंत डे, चंद्रपाल आदि ने भी आसपास खेतों में घूमकर पगचिह्न तलाशने के प्रयास किए, मगर, किसी भी स्थान पर बाघिन की मौजूदगी दिखाई नहीं दी।

परिवार की महिलाएं और बच्चे डरे सहमे
टांडा कॉलोनी निवासी किसान शंकर मंडल अपने दो भाइयों के साथ रहते हैं। परिवार में करीब सात-आठ सदस्य हैं। शंकर मंडल ने बताया कि मंगलवार रात घर के सभी सदस्य गर्मी के चलते बरामदे में सोए हुए थे। घर की बाउंड्रीवॉल भी नहीं है। घर के आंगन में कई पैरों के निशान मिले हैं। इससे लगता है कि बाघिन काफी देर तक आंगन में घूमती रही। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई अनहोनी नहीं हुई। घटना के बाद से परिवार की महिलाएं और बच्चे बुरी तरह से डरे हुए हैं।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि  सूचना मिलने पर टीम को मौके पर भेजा गया था। पगचिह्न ट्रेस किए गए हैं। आसपास खेतों में ड्रोन के माध्यम से सर्च भी किया गया, लेकिन कहीं भी किसी वन्यजीव की मौजूदगी नहीं मिली है। जो पगचिह्न ट्रेस किए गए, वे बाघिन के पगचिह्न से भिन्न हैं। ऐसे में बाघ की मौजूदगी की भी संभावना है। सुरई से महोफ की ओर बाघों को मूवमेंट भी देखा गया है। 

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