PM Modi ने रचा इतिहास, बने देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री, तोड़ा इंदिरा गांधी रिकॉर्ड
नई दिल्लीः 25 जुलाई 2025 यानी आज से नरेंद्र मोदी ने लगातार सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड बनाया है। इसके साथ ही वे देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बन गए है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ कर उन्हें पीछे छोड़ दिया है। जवाहरलाल नेहरू अभी भी 16 वर्ष और 286 दिनों के साथ लगातार सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं। नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता के बाद जन्मे पहले ऐसे प्रधानमंत्री बने हैं, जो गैर-हिंदी भाषी राज्य से आते हैं और सबसे लंबे समय तक इस पद पर बने हुए हैं।
मोदी ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के 4078 दिन पूरे किए, जबकि इंदिरा गांधी 24 जनवरी, 1966 से 24 मार्च, 1977 तक 4077 दिनों तक लगातार प्रधानमंत्री रहीं। केंद्र और राज्य सरकारों के नेतृत्व की बात करें तो नरेंद्र मोदी का रिकॉर्ड सभी प्रधानमंत्रियों में अनूठा है। उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के रूप में 24 वर्षों तक सरकार का नेतृत्व किया है।
स्वतंत्रता के बाद जन्मे पहले प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ। वे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी हैं। इसके अलावा, वे एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं, जिन्होंने कम से कम दो पूर्ण कार्यकाल पूरे किए। वे लगातार दो बार चुने जाने वाले पहले और एकमात्र गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी हैं।
पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता हासिल करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त कर सरकार बनाने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं। इंदिरा गांधी (1971) के बाद वह पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा चुने जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। जवाहरलाल नेहरू के बाद वह एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्होंने किसी राजनीतिक दल के नेतृत्व में लगातार तीन लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की। इसके अलावा, वह सभी मुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्रियों में एकमात्र नेता हैं, जिन्होंने किसी पार्टी के नेता के रूप में लगातार छह चुनावों में जीत दर्ज की। उन्होंने 2002, 2007 और 2012 में गुजरात विधानसभा चुनावों के साथ मोदी ने 2014, 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की।
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