लड़कियों पर विवादित टिप्पणी कर बुरे फंसे कथावाचक अनिरुद्धाचार्य? मथुरा की महिला वकीलों ने जमकर लगाई लताड़, भड़का आक्रोश, देखें Video
मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनकी एक टिप्पणी, जो अविवाहित लड़कियों के बारे में थी, उसने मथुरा की महिला वकीलों में रोष पैदा कर दिया है। इस टिप्पणी के विरोध में मथुरा बार एसोसिएशन ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने इस मुकदमे की पैरवी करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है।
बार एसोसिएशन के सचिव प्रदीप लवानियां ने जानकारी दी कि महिला अधिवक्ता प्रियदर्शनी मिश्रा ने एक आवेदन पत्र देकर इस मुद्दे को उठाया। अपने आवेदन में प्रियदर्शनी ने बताया कि अनिरुद्धाचार्य की टिप्पणी ने अविवाहित युवतियों और महिलाओं की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। बार एसोसिएशन इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहा है और प्रभावित महिला अधिवक्ता को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है।
समिति का गठन
बार एसोसिएशन ने इस मामले की गहन जांच के लिए एक समिति गठित की है। यह समिति मामले की तहकीकात करेगी और अपनी रिपोर्ट एसोसिएशन को सौंपेगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। बार एसोसिएशन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह हमेशा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए तत्पर रहेगा।
महिला संगठनों में उबाल
अनिरुद्धाचार्य की टिप्पणी से वृंदावन में महिलाओं में भारी नाराजगी देखी जा रही है। कई महिला संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है और कथावाचक से सार्वजनिक माफी की मांग की है। कुछ संगठनों ने इस मुद्दे पर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है। सोशल मीडिया पर भी यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां कुछ लोग अनिरुद्धाचार्य की आलोचना कर रहे हैं, तो कुछ उनके समर्थन में आवाज उठा रहे हैं।
कथावाचक के आश्रम का पक्ष
वृंदावन में अनिरुद्धाचार्य का गौरा गोपाल आश्रम है। आश्रम के मीडिया प्रभारी राहुल ने सफाई देते हुए कहा कि महाराजजी ने पहले ही एक वीडियो जारी कर स्पष्ट किया था कि उनकी टिप्पणी सभी लड़कियों के लिए नहीं थी, बल्कि कुछ खास परिस्थितियों को लेकर थी। उन्होंने कहा कि महाराजजी मातृ सेवक हैं और उनकी मंशा किसी की भावनाओं को आहत करने की नहीं थी।
यह मामला अभी और तूल पकड़ सकता है, क्योंकि समाज के विभिन्न वर्गों में इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
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