रक्षाबंधन पर रोडवेज की बसों में महिलाओं को निःशुल्क यात्रा, नहीं लगेगी टिकट, जानिए डिटेल
लखनऊ। रक्षाबंधन के पर्व को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आठ अगस्त की सुबह से 12 अगस्त की रात्रि तक यूपीएसआरटीसी की बसों व नगरीय बस सेवा की बसों में महिलाओं को निःशुल्क यात्रा के लिए व्यवस्था करने के निर्देश परिवहन विभाग को दिए हैं। अधिकृत सूत्रों ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2017 में प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री का रक्षाबंधन के पर्व के मद्देनजर माताओं और बहनों को निःशुल्क यात्रा कराने का क्रम जारी है।
एक दिन पूर्व बाढ़ की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में माताओं और बहनों को निःशुल्क यात्रा कराने का निर्देश दिया है। वर्तमान में उप्र परिवहन निगम के बेड़े में 13850 बसें शामिल हैं। जबकि 2022 में इनकी संख्या 12758 थी। बीते वर्ष रक्षाबंधन केवल एक दिन का था। इस बार मुख्यमंत्री ने 3 दिन निःशुल्क यात्रा कराने का निर्देश दिया है। ऐसे में परिवहन निगम ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
परिवहन निगम के महाप्रबंधक ‘ऑपरेशन’ अनिल कुमार का कहना है कि तीन दिन के दौरान परिवहन की बसों को लगातार चलाया जाएगा। जिससे माताओं और बहनों को यात्रा को लेकर कोई दिक्कत न हो। लगातार बसों के चलने को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए चालक व परिचालक को इंसेंटिव भी दिया जाएगा। रक्षाबंधन के मौके पर यात्रा करने वाली बहनों की संख्या और उनकी यात्रा पर आने वाले खर्च (चालक व परिचालक को मिलने वाले इंसेंटिव को छोड़ कर) पर नजर डालें तो वर्ष 2024 में 19.78 लाख बहनों ने मुफ्त यात्रा की थी।
2024 में रक्षाबंधन केवल एक दिन का था और इस पर परिवहन विभाग के 19.87 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इसी तरह 2023 में 22 लाख महिलाओं ने यात्रा की थी। जिस पर परिवहन निगम के 27.66 करोड़ रुपये खर्च हुए थे। 2023 में रक्षाबंधन 2 दिन का था। वहीं वर्ष 2022 में 22.32 लाख महिलाओं ने परिवहन निगम की सेवाएं ली थी। जिसके एवज में विभाग के कुल 18 करोड़ व वर्ष 2021 में 9.65 लाख महिलाओं की यात्रा पर 8.90 करोड़ रुपये परिवहन निगम के खर्च हुए थे।
