सात फर्जी कंपनियों ने किया 6.23 अरब का कारोबार, राज्यकर विभाग की जांच में हुआ खुलासा, कहां चल रही ये कंपनियां किसी को पता ही नहीं

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: राजधानी में फर्जी कंपनियां खोलकर जीएसटी पंजीकरण में हेराफेरी का खेल बदस्तूर जारी है। राज्यकर विभाग की जांच में इसका खुलासा लगातार हो रहा है। विभाग के अधिकारियों ने अमीनाबाद और नाका हिंडोला के पते पर पंजीकृत सात कंपनियों की जांच की। इन कंपनियों ने 6,23,42,23,129 रुपये का कारोबार दिखाकर 64,61,62,175 रुपये टैक्स फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकार को नुकसान पहुंचाया। जब जांच की गई तो पते पर कंपनियों का नामोनिशान ही नहीं मिला। इस मामले में राज्यकर उपायुक्त रवि पंवार ने अमीनाबाद थाने में छह और राखी सिंह ने नाका हिंडोला थाने में एक कंपनी के खिलाफ फर्जीवाड़ा, कूटरचित कंपनियां बनाने और सरकार को धोखा देने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

राज्यकर उपायुक्त रवि पंवार के मुताबिक स्वेदश मार्केट अमीनाबाद में शिवम श्रृंगार घर के नाम से कंपनी का पंजीकरण 19 मई 2023 को हुआ था। विभागीय अधिकारी व कर्मचारी जांच करने पहुंचे तो देखा दुकान अमीनाबाद स्थित मधुरिमा होटल के सामने वाली गली में स्थित है। फर्म/व्यापार स्थल का शटर बन्द पाया गया। मोबाइल भी बंद मिला। शिवम श्रृंगार घर ने जनवरी व फरवरी माह में प्रांत के बाहर कुल 72,94,26,508.62 रुपये का टर्नओवर दिखाते हुए 13,27,90,544.00 रुपये की बोगस आईटीसी कूटरचित प्रपत्रों के माध्यम से पास आन की गयी है। इसके अलावा दिशा क्लाथिंग के साथ बिना इनवाइस हासिल कारोबार किया। फर्म ने 6 और 18 मार्च 2024 को 72 हजार रुपये टैक्स जमा करने की बात दिखाई थी। जबकि कंपनी ने 2,98,64,509 रुपये का कैश कारोबार लेजर में दिखाया था। फर्म का पंजीकरण पांच मार्च को निरस्त कर दिया गया।

राज्य कर उपायुक्त रवि पंवार के मुताबिक इसके अलावा मां दुर्गा इंटरप्राइजेज ने 36,52,457.77 रुपये का कारोबार दिखाया और 1,82,622.93 रुपये की बोगस आईटीसी कूटरचित प्रपत्रों के जरिये पासऑन की। इसी तरह राधेश्याम ट्रेडिंग कंपनी ने 7,54,09,073 रुपये का कारोबार दिखाते हुए 37,70,453.65 और 50,26,780 रुपये की बोगस आईटीसी पासऑन की। रामा ट्रेडर्स ने 118034037 रुपये का कारोबार कागजों में दिखाकर 2,04,12,420.07 और 21,63,560 रुपये, जेडी इंटरप्राइजेज ने 137406630.9 रुपये का कारोबार दिखाकर 1,74,13,579.87 और 57,98,253.2 रुपये, एआई इंटरप्राइजेज ने 4,02,72,65,974 रुपये का कारोबार दिखाते हुए 86,22,17,052 की बोगस आईटीसी कूटरचित दस्तावेजों के जरिये पासऑन की।

49 करोड़ का किया फर्जी कारोबार

वहीं राज्यकर उपायुक्त राखी सिंह ने नाका हिंडोला थाने में राम इंटरप्राइजेज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। राखी सिंह के मुताबिक कंपनी के अप्रैल राजस्व संग्रह के आकंड़ों की जांच की गई। जांच में पाया गया कि मुख्य व्यापार स्थल आर्यनगर नियर बैंक ऑफ बड़ौदा पर नहीं है। इस फर्म के स्वामी श्याम बाबू बुध बाजार रोड मुरादाबाद के हैं। जांच में पाया गया कि फर्म ने 49,16,24,813.50 रुपये का कारोबार किया। इसे राज्यकर कार्यालय में दाखिल किये गये फाइल में भी दर्शाया। कारोबारी ने 11,50,00,000 रुपये बोगस आईटीसी कूटरचित दस्तावेज का प्रयोग कर पासऑन किया। जांच में पाया गया कि फर्म द्वारा खरीद बिक्री करते हुए एसजीएसटी 554.25 लाख रुपये का नुकसान उत्तर प्रदेश शासन को पहुंचाया है।

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