कर्ज से परेशान पिता ने पार की क्रूरता की सारी हदें, तीन बेटियों की निर्मम हत्या के बाद खाया जहर
चेन्नई। तमिलनाडु के नामक्कल जिले में रासीपुरम में एक 36 वर्षीय व्यक्ति ने बढ़ते कर्ज के कारण अपनी तीन बेटियों की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार रात गोविंदराज ने अपने परिवार के साथ खाना खाया। इसके बाद, वह तीनों बेटियों प्रकतिशा श्री (10), रितिका श्री (7) और देवा श्री (6) के साथ घर के हॉल में सोने चले गए, जबकि पत्नी भारती अपने एक साल के बेटे के साथ बेडरूम में सो रही थीं।
आधी रात करीब 3 बजे, गोविंदराज ने उस कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया जहां भारती और उनका बेटा सो रहे थे। इसके बाद, हॉल में सो रही तीनों बेटियां चीखने लगीं। बच्चों की चीखें सुनकर भारती घबराकर उठीं और दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन बाहर से बंद होने के कारण वह सफल नहीं हो पाईं।
इस बीच, क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए गोविंदराज ने एक दरांती से अपनी तीनों बेटियों प्रकतिशा श्री, रितिका श्री और देवा श्री की बेरहमी से हत्या कर दी और उनके सिर धड़ से अलग कर दिए। इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने के बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली।
भारती लगातार मदद के लिए चीखती रहीं, और पड़ोसियों की मदद से दरवाज़ा खोलने के बाद जब वह बाहर आईं, तो उन्होंने देखा कि उनके तीनों बच्चे खून से लथपथ पड़े थे और उनके पति का शव भी पास ही पड़ा था। यह दृश्य देखकर भारती पूरी तरह टूट गईं और सदमे में आ गईं। सूचना मिलते ही मंगलापुरम पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने गोविंदराज और बच्चों प्रकतिशा श्री, रितिका श्री और देवा श्री के शव बरामद किए और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए नमक्कल सरकारी अस्पताल भेज दिया।
पुलिस विभाग की प्रारंभिक जाँच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि गोविंदराज ने अपने व्यवसाय और घर के लिए 20 लाख रुपये से अधिक का कर्ज लिया था, और वह उसे चुकाने में असमर्थ था। माना जा रहा है कि इसी वित्तीय संकट और मानसिक तनाव के चलते उसने यह भयानक और कठोर कदम उठाया। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जाँच कर रही है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल बना दिया है।
