लखीमपुर खीरी : हिंदू महापंचायत में बवाल...पुलिस-कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की, हंगामा

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Published By Pradeep Kumar
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बुलडोजर और गिरफ्तारी की मांग पर भीड़ ने की सड़क पर उतरने की कोशिश, कोतवाल से भिड़े लोग

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। सैधरी बाईपास पर सोमवार को अमित भार्गव हत्याकांड के विरोध में बुलाई गई हिंदू महापंचायत में दोपहर बाद हंगामा शुरू हो गया।  हत्यारोपियों और मोहब्बतनगर में बने घरों पर बुलडोजर चलाने व बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो माहौल गरमा गया और शहर कोतवाल के साथ जमकर धक्का-मुक्की और गाली-गलौज हुई। महिलाओं मे सड़क जाम करने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर रोक लिया गया।

महेवागंज उल्ल नदी के पुराने पुल के समीप बसी मोहब्बत नगर बस्ती में पंद्रह दिन पहले दो समुदायों में खूनी संघर्ष हो गया था, जिसमें गांव सैधरी निवासी अमित भार्गव की आरोपियों की पिटाई से मौत हो गई थी। यह मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के दिन से ही विभिन्न हिंदू संगठन और ग्रामीण आरोपियों समेत पीडब्ल्यूडी की जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी और पक्का  निर्माण कर रहे रहे लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग करते चले आ रहे हैं। मांग पूरी न होने पर विहिप, अंतराष्ट्रीय हिंदू परिषद, भगवा रक्षा वाहिनी ने सोमवार को सैधरी बाईपास के पास हिंदू महापंचयत आयोजित की थी। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण, हिंदू संगठनों के नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और पीड़ित परिवार के लोग शामिल हुए थे। पुलिस ने भी सुरक्षा की चाकचौबद व्यवस्था की थी। सममेलन में मौजूद लोगों से प्रशित्रु आईपीएस विवेक तिवारी ने जब वार्ता करने की कोशिश की तो लोग डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए। इस पर एसडीएम सदर अश्वनी कुमार सिंह ने भी उन्हें समझआने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण नहीं राजी हुए।

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इसी बीच कुछ लोग हंगामा करते हुए सड़क पर आने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने  जब रोका तो उनकी शहर कोतवाल हेमंत राय के साथ जमकर धक्का मुक्की हुई और गाली गलौज हुई। प्रशिक्षु सीओ आईपीएस विवेक तिवारी ने मोर्चा संभाला और लोगों को शांत कराया। मामला बढ़ते देख एएसपी पूर्वी पवन गौतम भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसडीएम सदर के साथ प्रदर्शनकारियों से वार्ता की और कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर लोग माने और शांत हुए। पदाधिकारियों से एसडीएम सदर अश्विनी कुमार ने वार्ता की। कहा कि पीडब्ल्यूडी भी सर्वे कर रही है। 15 दिन में बस्ती हटवाने का आश्वासन दिया है। जिस पर वह लोग मान गए।

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राघव हिन्दू ने कहा कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की तो संगठन जिला बंद और कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करेगा।  महापंचायत शुरू होने से पहले ट्रेनी आईपीएस सीओ सिटी विवेक तिवारी, सदर कोतवाल हेमंत राय आदि ने सुबह नौ बजे ही पुलिस और पीएसी फोर्स के साथ फ्लैग मार्च भी किया। सुबह दस बजे शुरू हुआ धरना दोपहर ढाई बजे तक चला। कई बार तनाव बढ़ा और पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा, लेकिन अधिकारियों ने स्थिति को काबू में रखा। पुलिस ने अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। हिंदू महापंचायत में प्रमुख रूप से विहिप जिलामंत्री विजय सिंह, बजरंग दलके विभाग प्रमुख अनुज तिवारी,  हिंदू समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी, राघव हिंदू, कन्हैयालाल वाजपेई एडवोकेट, तुषार सिंह सिसौदिया, पवनेश जी माहाराज आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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लापरवाही देख भड़के प्रशिक्षु आईपीएस, पुलिस वालों की लगी क्लास
हिंदू पंचायत के मद्देनज़र भारी पुलिस बल तैनात था, लेकिन बैरिकेडिंग तक नहीं की गई थी। भीषण गर्मी और धूप में प्रशिक्षु सीओ विवेक तिवारी मैदान में डटे रहे, जबकि कई पुलिसकर्मी छांव में खड़े रहे। हालात देखकर वे भड़क उठे और मौके पर ही जमकर फटकार लगाई। आनन-फानन में रस्सी लगाकर अस्थायी बैरिकेडिंग करनी पड़ी।

सड़क जाम की कोशिश नाकाम
सभा स्थल के पीछे से मृतक अमित भार्गव के परिजन और समर्थक निघासन रोड पर जाम लगाने निकल पड़े। रोकने पर महिलाएं महिला सिपाहियों से भी भिड़ गई और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगी। हालांकि मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल ने किसी तरह से उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। 

कई बार बढ़ा विवाद, फोर्स को करनी पड़ी जद्दोजेहद
सुबह दस बजे से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन दोपहर करीब ढाई बजे तक चला। ऐसे में कई बार झड़प की स्थित पैदा हुई। आक्रोशित लोगों को समझाने के लिए पुलिस और पीएससी के जवानों को काफी जद्दोजेहद करनी पड़ी। नौबत लाठी चार्ज तक पहुंची, लेकिन अधिकारियों ने किसी तरह मामले को अंतिम झोर तक संभाले रखा। फिलहाल 15 दिनों के भीतर कार्रवाई के आश्वासन पर धरना शांत हुआ तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली। तय कार्यक्रम के तहत सैधरी पहुंचे हिंदु संगठनों के पदाधिकारियों ने टेंट लगाकर धरना शुरू किया। इस दौरान अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस ने ड्रोन का इस्तेमाल किया। 

प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि मामले को संवेदनशीलता और समझदारी से निपटाया जाए और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी। -पवन गौतम एएसपी पूर्वी।

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