यूपी में बाढ़ से हाहाकार; घाघरा नदी के पानी में डूबा सरकारी स्कूल, बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी बना मुसीबत
सीतापुर। उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले के रामपुर मथुरा ब्लॉक में घाघरा नदी की कटान के कारण आज बुधवार दिन में कंपोजिट स्कूल शुक्लपुरवा नदी के पानी में समा गया। इस विद्यालय में 246 बच्चे पढ़ाई करते थे और उनके भविष्य पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया।
महमूदाबाद तहसील के तहसीलदार अनिल कुमार राम ने बताया कि बाढ़ का पानी बांधों से छोड़ा जा रहा है, इसमें शुक्ला पुरवा का कंपोजिट विद्यालय आज दिन में घाघरा नदी में समा गया, इसमें लगभग 246 बच्चे अध्ययन कर रहे थे।
तहसीलदार ने बताया कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को अब किसी अन्य विद्यालय में समायोजित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त करीब तीन दर्जन मकान एवं खेत भी घाघरा नदी की कटान में कट गए हैं । शुक्लपूरवा के माजरा पन्ना पुरवा, रामरूप पुरवा का अस्तित्व कट जाने से समाप्त हो गया है। अगर घाघरा नदी की इसी तरह कटान रही तो आज शाम तक लोधन पुरवा भी कट कर नदी में समा जाएगा।
यहां पर घाघरा नदी खतरे के निशान से नीचे है लेकिन बांधों से पानी छोड़ा जा रहा पानी तेजी से कटान कर रहा है। यहां पर सुकुल पुरवा में कटान रोकने का काम, किसी परियोजना की शुरुआत इत्तेफाक से नहीं की गई थी, जिस कारण यहां पर काफी खेत, मकान और कंपोजिट विद्यालय नदी में समा गए।
यहां के गांव वासी घाघरा नदी के तटबंध एवं सड़कों पर अपने मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। तहसीलदार महमूदाबाद अनिल कुमार राम ने बताया कि इनको तिरपाल एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है .पशुओं को चार उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। लेखपाल बराबर सतर्क निगाह रखे हुए हैं। बाढ़ जैसी कोई स्थित नहीं है लेकिन घाघरा नदी कटान बहुत तेजी से कर रही है।
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