मियावाकी जंगलों के विकास से कानपुर की हवा हुई शुद्ध, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में मिला 5वां स्थान
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण–2024 में मिलियन प्लस शहरों की श्रेणी में कानपुर नगर को 5वां स्थान
कानपुर, अमृत विचार। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण–2024 में मिलियन प्लस शहरों की श्रेणी में कानपुर नगर को 5वां स्थान मिला है। मियावाकी जंगलों के विकास और तकनीक के दम पर यह उपलब्धि नगर निगम को मिली है। नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के अन्तर्गत स्वच्छ वायु सर्वेक्षण–2024 में नगर निगम का ग्राफ बढ़ा है।
शहर के विभिन्न विभागों, औद्योगिक इकाइयों, सामाजिक संगठनों तथा नागरिकों के संयुक्त प्रयास एवं सहयोग का यह प्रतिफल है। नगर निगम ने बताया कि वर्ष 2022 में कानपुर नगर को वायु प्रदूषण के मामले में देश के सर्वाधिक प्रभावित शहरों में गिना जाता था। पीएम 2.5 एवं पीएम 10 कणों के उच्च स्तर ने जनस्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाला था।
इस गंभीर समस्या के निराकरण हेतु उत्तर प्रदेश शासन एवं नगर निगम, कानपुर द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत प्रभावी कार्यवाही की गई। इसमें वृक्षारोपण एवं हरित पट्टी का विकास हुआ। जिसमें मियावाकी पद्धति के अंतर्गत 10.85 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में वृक्षारोपण हुआ साथ ही 2,19,700 वर्गमीटर क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट एवं अर्बन फॉरेस्ट का निर्माण किया गया।
इसके साथ ही सड़क सुधार एवं धूल नियंत्रण, यांत्रिक सड़क सफाई एवं जल छिड़काव, कचरा एवं अपशिष्ट प्रबंधन और यातायात प्रबंधन एवं निगरानी प्रणाली पर कार्य किया गया जिससे वर्ष 2019-20 की तुलना में पीएम 10 स्तर में 55 फीसदी सुधार दर्ज किया गया।
