भविष्य की औद्योगिक क्रांति का केंद्र बनेगा यूपी, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योग को मिलेगा नया आयाम
लखनऊ, अमृत विचार: प्रदेश को औद्योगिक निवेश और भविष्य की अर्थव्यवस्था का केंद्र बनाने के लिए मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डॉ. के.वी. राजू ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक संवाद किया। इस दौरान उन्होंने निवेश आकर्षित करने की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि राज्य सरकार ऐसा औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार कर रही है, जो घरेलू और वैश्विक निवेशकों दोनों के लिए अवसरों का द्वार खोलेगा।
बैठक का प्रमुख केंद्र बिंदु इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ईएसडीएम) पार्क रहे। डॉ. राजू ने बताया कि प्रस्तावित पार्क प्रदेश की औद्योगिक प्रगति के लिए उत्प्रेरक की भूमिका निभाएंगे। इन पार्कों को इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग के लिए विशेष रूप से विकसित किया जाएगा। यह पहल न केवल उद्योगों को नई ऊंचाई देगी, बल्कि प्रदेश को भविष्य की तकनीक का हब बनाने में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास मजबूत लैंड बैंक, प्रगतिशील औद्योगिक नीतियां और टिकाऊ आधारभूत संरचना उपलब्ध है। यही कारण है कि राज्य वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है। सरकार की प्राथमिकता ऐसे उद्योगों को बढ़ावा देना है, जो मेक इन इंडिया मिशन को नई गति दें और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाएं। बैठक में विभिन्न सेक्टर और डेस्क पर निवेश आकर्षित करने की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई। डॉ. राजू ने अधिकारियों से कहा कि निवेशकों को सहज और अनुकूल वातावरण प्रदान करना ही सफलता की कुंजी है।
इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम, क्लस्टर आधारित विकास और सतत नवाचार जैसे प्रयासों को और मजबूत किया जाएगा। डॉ. राजू ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में यूपी न केवल औद्योगिक उत्पादन बल्कि नवाचार, तकनीकी विकास और रोजगार सृजन का भी अग्रणी केंद्र बनेगा। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक मजबूती मिलेगी और निवेशकों को सुरक्षित व लाभकारी अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रमुख बिंदु
-यूपी में विकसित होंगे विश्वस्तरीय ईएसडीएम पार्क
-इलेक्ट्रॉनिक्स व सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को मिलेगी गति
-लैंड बैंक, प्रगतिशील नीतियां और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर राज्य की सबसे बड़ी ताकत
-मेक इन इंडिया और विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम
