कानपुर में इंटरकास्ट मैरिज के चलते युवक की हत्या, भाई-भाभी व मां ने गला दबाकर उतारा मौत के घाट 

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Published By Anjali Singh
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कानपुर, अमृत विचार। अंतरजातीय प्रेम विवाह करने पर मां व भाई-भाभी ने ही घर पर युवक की गला दबाकर हत्या की। फिर पहचान मिलाने के लिए चारपाई पर ही शव को आग लगाई। इसके बाद अधजला शव बोरे में भरकर चकेरी के मथुरापुर गांव के पास झाड़ियों में फेंका था। शव की शिनाख्त होने पर पिता ने परिजनों ने पर ही हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर गुत्थी सुलझी, जब मां-भाई ऑटो से उतरते दिखे। पुलिस ने सख्ती बरती तो तीनों टूट गए और हत्या कबूल की। 

चकेरी के मथुरापुर गांव जाने वाली सड़क पर झाड़ियों में 22 सितंबर को बोरे में बंद युवक का अधजला शव मिला था। कई दिन प्रयास के बाद शव की शिनाख्त नहीं हुई तो पुलिस ने युवक की फोटो वायरल की। वायरल फोटो देखकर फतेहपुर के जलालपुर न्यूरी के प्रधान ने शव की शिनाख्त रामचंद्र पाल के बेटे मानस पाल के रूप में की थी। इसके बाद पुलिस ने फतेहपुर निवासी रामचंद्र पाल से संपर्क किया। रामचंद्र ने बताया कि वह मुंबई में काम करते हैं। उनका मकान सनिगवां के संदीपनगर में भी है। 

घटना का खुलासा करते डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि संदीपनगर में रामचंद्र की पत्नी मंजू देवी, बड़ा बेटा प्रांजल उर्फ गोपी व बहू किरन रहती हैं। जबकि छोटा बेटा मानस ट्रक चालाता था और कभी गांव तो कभी सनिगवां में रहता था। डीसीपी ने बताया कि प्रांजल ने चार माह पहले किरन निषाद से अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। मानस इस शादी के विरोध में था। जिससे दोनों भाइयों में विवाद चलता था। मानस शराब का लती था, इसलिए आएदिन कलह की स्थिति बनी रहती थी। कलह के कारण ही मंजू देवी बड़े बेटे का पक्ष लेती थीं। 

पुलिस के अनुसार 21 सितंबर को मानस गांव गया और उसने प्रधान से बड़े भाई व भाभी पर हत्या की आशंका जताई। एक दिन बाद ही उसकी मां मंजू, भाई प्रांजल व भाभी किरन ने उसककी गला दबाकर हत्या कर दी। शव को उसी चारपाई में बांधकर जला दिया। दुर्गंध आने पर अधजला शव बोरे में भरकर ऑटो से मथुरापुर गांव ले गए और झाड़ियों में फेंक दिया। शव की पहचान के बाद रामचंद्र ने पत्नी, बेटे प्रांजल व बहू किरन पर हत्या कर शक जताया और रिपोर्ट दर्ज कराई। 

जांच में जुटी पुलिस ने जब घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो एक फुटेज में ऑटो से उतरते मंजू देवी व प्रांजल दिखा। इस पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। सख्ती बरती तो हत्या का खुलासा हुआ। डीसीपी ने बताया कि मानस अंतरजातीय विवाह का विरोध कर रहा था। इस कारण ही प्रांजल ने उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। मां भी उनके प्लान में शामिल हो गई। वह चारपाई पर लेटा था, तभी कहासुनी हुई और गला दबाकर हत्या कर दी। फिर अधजला शव ठिकाने लगाया। प्रांजल ने कहा, उसने हत्या नहीं की। सिर्फ शव फेंकने मां के साथ गया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेजा है। 

खुद ही उसने आग लगा थी 

बेटे की हत्या के सवाल पर मंजू ने कहा कोई मां अपने बच्चे को मारती है क्या। वह नशे का लती था। वह बाजार नवरात्र के लिए केले लेने गई थीं। इधर उसने खुद आग लगा ली थी। फफक पड़ीं, कहा सब भगवान जानता है। 

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