गांवों में समूह की महिलाएं करेंगी बीमा, एलआईसी बीमा सखी के नाम से बनाएगा एजेंट
लखनऊ, अमृत विचार । राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्राम पंचायतों पर कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब गांव-गांव बीमा करेंगी। भारतीय जीवन बीमा निगम ''बीमा सखी योजना'' के नाम से समूह की महिलाओं को एजेंट बनाएगा। उन्हें पॉलिसी करने की एवज में कमीशन मिलेगा। इसके अतिरिक्त तीन साल तक मासिक वजीफा भी मिलेगा।
भारतीय जीवन बीमा निगम (बीडी व बीएस ) महाराष्ट्र मुख्यालय के कार्यकारी निदेशक ने उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को सभी ग्राम पंचायतों पर योजना लागू करके लक्ष्य वृद्धि की कार्ययोजना मांगी है। इसके तहत हर ग्राम पंचायत पर एक बीमा सखी का चयन किया जाएगा। जल्द जिलों पर चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके बाद भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा महिलाओं को प्रशिक्षित करेगा। जो गांव-गांव ग्रामीणों को बीमा के महत्व, योजनाओं की पेशकश तथा बुनियादी बीमा साक्षरता के संबंध में जागरूक करके पॉलिसी करेंगी।
10 जुलाई को हुआ था एमओयू
10 जुलाई को भारतीय जीवन बीमा निगम एवं उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ था। योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों की प्रशिक्षित महिलाओं को ग्राम पंचायत स्तर पर बीमा सखी के रूप में नामित किया जाएगा। प्रदेश में योजना लागू करने के साथ 5 हजार बीमा सखियों को रखने का लक्ष्य बढ़ाया जाएगा। मिशन निदेशालय ने जिला व ब्लॉक से सात दिन में रिपोर्ट मांगी है।
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